बाबा सिद्दीकी हत्याकांड की जांच
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महाराष्ट्र में एनसीपी के वरिष्ठ नेता बाबा सिद्दीकी की सरेआम गोली मारकर हत्या करने के मामले में मुंबई पुलिस जमीन आसमान एक किए हुए। रोज इस मामले में नए नए खुलासे हो रहे हैं। इसी क्रम में अब मुंबई पुलिस के एक अधिकारी ने बताया है कि एनसीपी नेता की हत्या में इस्तेमाल की गई पिस्तौल बरामद कर ली गईं हैं। इससे पहले, मुंबई पुलिस ने बताया था कि जांच में पता चला है कि हत्या में शामिल शूटर्स ने ने मुंबई के कुर्ला इलाके में एक किराए के मकान में यूट्यूब पर वीडियो देखकर हथियार चलाना सीखा था।
तीन पिस्तौल का हुआ था हत्या करने के लिए प्रयोग
मुंबई पुलिस ने बताया है कि एनसीपी नेता बाबा सिद्दीकी की हत्या में तीन पिस्तौल का इस्तेमाल किया गया था। इनमें से एक ऑस्ट्रेलिया में बनी ग्लॉक पिस्तौल, दूसरी तुर्की में बनी पिस्तौल और एक देशी पिस्तौल थी। पुलिस ने तीनों हथियार बरामद कर लिए हैं।
पुलिस ने अभी तक चार लोगों को किया गिरफ्तार
बता दें कि बाबा सिद्दीकी की 12 अक्टूबर की रात को उनके विधायक बेटे जीशान सिद्दीकी के निर्मल नगर इलाके में मौजूद ऑफिस के बाहर गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। इस वारदात में पुलिस के अनुसार तीन शूटरों ने उनकी हत्या की थी। हालांकि मामले में मुबंई पुलिस ने अब तक चार लोगों को गिरफ्तार किया है, जिसमें हरियाणा का रहने वाला गुरमेल बलजीत सिंह, उत्तर प्रदेश का रहने वाला धर्मराज राजेश कश्यप, दोनों कथित शूटर, हरीशकुमार बालकराम निषाद और पुणे का रहने वाला साजिशकर्ता प्रवीण लोनकर शामिल हैं।
वारदात का मुख्य आरोपी शिवकुमार गौतम फरार
जानकारी के मुताबिक हरीशकुमार बालकराम निषाद और धर्मराज कश्यप उसी गांव के हैं, जिस गांव फरार आरोपी शिवकुमार गौतम है। इस मामले में अपराध शाखा के एक अधिकारी ने बताया कि हिरासत में लिए गए आरोपियों से पूछताछ में पता चला कि शिवकुमार गौतम ने उत्तर प्रदेश में शादियों में जश्न के दौरान की जाने वाली फायरिंग के दौरान बंदूक चलाना सीखा था। अधिकारी ने गुरमेल सिंह और धर्मराज कश्यप से पूछताछ का हवाला देते हुए बताया कि शिवकुमार गौतम को इस वारदात में ‘मुख्य शूटर’ के तौर पर रखा गया था, क्योंकि वह बंदूक चलाना जानता था।
धर्मराज और गुरमेल की थी ड्राई प्रैक्टिस
उन्होंने बताया कि शिवकुमार गौतम ने ही धर्मराज कश्यप और गुरमेल सिंह को कुर्ला में किराए के घर में हथियार चलाने का प्रशिक्षण दिया था, जहां उन्होंने खुली जगह की कमी के कारण ड्राई प्रैक्टिस (बिना गोली के गोली चलाना) किया था। अधिकारी ने बताया कि उन्होंने करीब चार हफ्ते तक यूट्यूब वीडियो देखकर हथियार लोड करना और उतारना सीखा। इसमें चौंकाने वाली बात यह है कि कथित सह-षड्यंत्रकारियों में से एक शुभम लोनकर से पुलिस ने जून में अभिनेता सलमान खान के बांद्रा में मौजूद घर के बाहर गोलीबारी के सिलसिले में पूछताछ की थी, ये पूरी वारदात कथित तौर पर लॉरेंस बिश्नोई गिरोह के नेटवर्क से जुड़ी हुई है। शुभम प्रवीण लोनकर का भाई है और पुणे में डेयरी चलाता है।
सलमान खान के घर पर फायरिंग का कनेक्शन
एक अधिकारी ने बताया कि शुभम को जनवरी में महाराष्ट्र के अकोला जिले के अकोट पुलिस स्टेशन में दर्ज आर्म्स एक्ट के एक मामले में गिरफ्तार किया गया था, जिसके बाद दस से अधिक हथियार बरामद किए गए थे। उन्होंने बताया कि शुभम से पूछताछ में पता चला कि वह लॉरेंस बिश्नोई के भाई अनमोल से संपर्क में था। अधिकारी ने बताया कि जमानत पर रिहा होने के बाद शुभम 24 सितंबर को पुलिस की रडार पर होने के बावजूद लापता हो गया।
सोशल मीडिया के जरिए बातचीत करते हैं सभी बदमाश
वहीं जांच में यह भी पता चला कि बाबा सिद्दीकी की हत्या के मामले में शामिल आरोपी पुलिस की रडार पर बने रहने के लिए स्नैपचैट और इंस्टाग्राम जैसे सोशल मीडिया ऐप के जरिए बातचीत करते थे। अधिकारी ने आगे बताया कि चूंकि शुभम को इन मोबाइल फोन ऐप का इस्तेमाल करना आता था, इसलिए उसने निगरानी से बचने के लिए दूसरों से इंस्टाग्राम और स्नैपचैट के जरिए बातचीत करने को कहा था।
आरोपी शिवकुमार गौतम के घर से मिले ये सामान
इस हत्या की जांच पर एक और अपडेट साझा करते हुए अधिकारी ने बताया कि जिस जगह बाबा सिद्दीकी की गोली मारकर हत्या की गई थी, वहां से कुछ मीटर की दूरी पर मिला पिस्तौल वाला बैग भागे हुए शूटर शिवकुमार गौतम का था। बैग के अंदर मिली पिस्तौल और आधार कार्ड शिवकुमार गौतम का था। शिवकुमार गौतम ने शनिवार रात को मौके से भागते समय बैग फेंक दिया था। क्राइम ब्रांच के अधिकारियों ने मंगलवार को कुर्ला में उस घर का दौरा किया, जहां आरोपी किराए पर रह रहे थे। अधिकारी ने बताया कि पुलिस ने आरोपियों की तरफ से बाबा सिद्दीकी के कार्यालय और आवास की रेकी करने के लिए इस्तेमाल की गई बाइक और दो हेलमेट जब्त किए हैं।