गौपालन मंत्री जोराराम कुमावत।
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राजस्थान की भजनलाल सरकार ने सोमवार को एक आदेश जारी किया, जिसके अनुसार प्रदेश में सरकारी दस्तावेजों में गाय के आगे आवारा शब्द की जगह निराश्रित शब्द का इस्तेमाल होगा। वहीं दूसरी तरफ गायों की तस्करी से जुड़े एक हार्डकोर अपराधी की सुप्रीम कोर्ट से इसलिए जमानत हो गई, क्योंकि राजस्थान सरकार ने जमानत का विरोध करने के लिए वकील ही खड़ा नहीं किया। इस मुद्दे पर प्रदेश के गौपालन मंत्री जोराराम कुमावत से अमर उजाला के विशेष संवाददाता अशीष कुलश्रेष्ठ ने एक्सक्लूसिव बातचीत की। आइए जानते हैं इस खास बातचीत के महत्वपूर्ण बिंदु क्या रहे…
सवाल: राजस्थान में भाजपा की सरकार होने के बावजूद क्या गाय अब भी बेसहारा है? सुप्रीम कोर्ट से गौ तस्कर को इसलिए जमानत दे दी गई, क्योंकि वहां राज्य सरकार की तरफ से कोई वकील पेश नहीं हुआ-क्यूं?
जवाब: निश्चित रूप से गाय हमारी माता है। गाय से हमें सबकुछ मिलता है। गाय से हमें दूध मिलता है, दही मिलता है। गाय का गोबर भी काम आता है। गाय के गोबर से कलर पेंट बनता है, लाक की चूड़ियां बनाती हैं। दीपावली पर जो दिए बताने हैं वह भी गाय के गोबर से बनते हैं।
सवाल: सवाल ये है कि गौ तस्कर को जमानत मिल गई, आपकी सरकार वकील नहीं भेजती है। सुप्रीम कोर्ट ने अपने ऑर्डर में यह मेंशन किया है।
जवाब: गौ तस्करी के खिलाफ सख्त कार्रवाई होनी चाहिए। इस दिशा में हमारी सरकार काम भी करती है। कोर्ट में कहीं चूक हुई है तो इस दिशा में सरकार मामले को दिखाएगी और जिम्मेदार होगा उस पर कार्रवाई करेगी। गौवंश के संरक्षण के लिए हमारी सरकार संवेदनशील है। कानूनी गलतियां कहां हुईं, उस दिशा में हमारी सरकार काम करेगी।
सवाल: कांग्रेस का आरोप है कि गौ माता का राजनीतिकरण किया जा रहा है?
जवाब: राजनीति करने का काम कांग्रेस का है। हम गए पर राजनीति नहीं करते हैं। गाय हमारे लिए सम्माननीय है। गाय हमारे लिए पूजनीय है। हम सनातन संस्कृति से आते हैं, जहां पर हम पशु पक्षियों के साथ-साथ पत्थर तक की पूजा करते हैं।
सवाल: गो तस्कर की जमानत सरकार पर इस दाग कैसे देखते हैं?
जवाब: कोई दाग नहीं लगता है। सरकार से अगर चूक हुई है तो उस पर कार्रवाई करेगी। दाग जैसी कोई चीज नहीं है। सरकार ने गाय के लिए बहुत कुछ किया है और सरकार आने वाले समय में भी गोवंश की रक्षा के लिए बहुत कुछ करने जा रही है। 1177 करोड़ रुपये सरकार ने इस वर्ष खर्च किया है। गौशालाओं को अनुदान देने में जिसे गौ माता की स्थिति को सुधारा जा सके।
सवाल: सरकार 1177 करोड़ रुपये खर्च करती है गाय की स्थिति सुधारने के लिए पर वकील प्रस्तुत नहीं होने के कारण जो दाग लगा है उसको कैसे मिटाएंगे?
जवाब: कोई दाग नहीं है, हम गौ सेवा के लिए समर्पित हैं और हम गौ सेवा करते रहेंगे। सरकार की मंशाक वंश की रक्षा एवं सम्मान करने की है, जिसने भी गलत किया है उसके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। कोर्ट में जो भी चूक हुई है उस पर निश्चित रूप से कार्रवाई की जाएगी और जिम्मेदारी तय की जाएगी।