कैंट इलाके में कराई गई थी भैंसों की लड़ाई
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बरेली के कैंट इलाके में परंपरा के नाम पर भैंसों की लड़ाई कराई गई। क्रूरता के इस मामले को सीधे तौर पर धार्मिक आयोजन का नाम देने की कोशिश की गई। दूसरी तरफ, जानकारी मिलने के बाद भी जिम्मेदार अधिकारी सीधे कार्रवाई से कतराते रहे। यह तो तब हुआ जब पशुओं पर हिंसा और क्रूरता के खिलाफ काम करने वाली संस्था पीपुल फॉर एनीमल्स (पीएफए) ने इसकी शिकायत पुलिस और प्रशासन के अधिकारियों से भी की।
शनिवार को गोवर्धन पूजा के अवसर पर एक वीडियो सामने आया। उसमें देखा जा सकता है कि किस तरह से भैंसों को लाठियों से चारों तरफ से घेरकर उनको आपस में लड़ने के लिए मजबूर किया जा रहा है। मौजूद भीड़ खूब शोर मचा रही है जोकि साफतौर पर उनके आनंदित होने का प्रतिबिंब है।
जब भैंसों के घायल होने की स्थिति बनी तो उनको पीटकर अलग भी किया गया। आयोजकों का कहना था कि यह सब परंपरा है, जो कई साल से चल रही है। उनका दावा है कि इसमें कोई भैंसा घायल नहीं हुआ है। पीएफए कार्यकर्ताओं का कहना है कि इस लड़ाई में कई बार पशुओं की पसलियां तक टूट जाती हैं। वह मरणासन्न तक हो जाता है।