नई दिल्ली. ऋषि कपूर और अमिताभ बच्चन ने ‘अमर अकबर एंथोनी’ और ‘नसीब’ जैसी कई प्रतिष्ठित फिल्मों में साथ काम किया है, लेकिन उनके बीच एक अनकहा तनाव, जिसका उल्लेख ऋषि कपूर ने अपनी ऑटोबायोग्राफी ‘खुल्लम खुल्ला’ में किया है. अपनी इस किताब में, उन्होंने बिग बी की नाराजगी की भावना को स्वीकार किया. क्योंकि बिग बी की प्रतिभा के अनुरूप भूमिकाएं तेजी से तैयार की गईं, जबकि उनके जैसे रोमांटिक एक्टर को अक्सर जो मिला, उससे काम चलाना पड़ता था.
एक अंश में, ऋषि ने लिखा, ‘मुझे यह स्वीकार करना होगा कि उन दिनों अमिताभ बच्चन और मेरे बीच एक अनकहा तनाव था. हम इसे सुलझाने के लिए कभी नहीं बैठे और सौभाग्य से तनाव अपने आप ही खत्म हो गया. ‘अमर अकबर एंथोनी’ करने के बाद ही हम दोनों एक-दूसरे के साथ दोस्ताना हो गए’.
बिग बी ने कई एक्टर्स को बेकार कर दिया
ऋषि ने अपनी ऑटोबायोग्राफी में लिखा है, ‘अमिताभ बच्चन एक महान एक्टर हैं. 1970 की शुरुआत में उन्होंने फिल्मों के ट्रेंड को ही बदल दिया. एक्शन की शुरुआत ही उन्हीं से होती है. उस वक्त उन्होंने कई एक्टर्स को बेकार कर दिया. मेरी फिल्मों में एंट्री 21 साल की उम्र में हुई. उस वक्त फिल्मों में कॉलेज जाने वाला एक लड़का हीरो हुआ करता था. मेरी कामयाबी का सीक्रेट बस यही है कि मैं काम को लेकर काफी जूनूनी रहा. मेरे ख्याल से पैशन ही आपको सफलता दिलाता है’.
‘हम छोटे सितारे थे, लेकिन हम कम कलाकार नहीं थे’
उन्होंने आगे लिखा, ‘निर्देशकों और लेखकों ने हमेशा अमिताभ बच्चन के लिए अपनी सबसे मजबूत, महत्वपूर्ण भूमिकाएं आरक्षित रखीं और यह सिर्फ मैं नहीं था शशि कपूर, शत्रुघ्न सिन्हा, धर्मेंद्र, विनोद खन्ना ने भी इसका सामना किया. वह एक एक्शन हीरो, एंग्री यंग मैन थे. भले ही हम छोटे सितारे थे, लेकिन हम कम कलाकार नहीं थे.’
ऋषि कपूर और अमिताभ बच्चन के बीच तनाव था.
को-स्टार्स को कभी नहीं दिया श्रेय
‘यह कुछ ऐसा है जिसे अमिताभ ने कभी किसी इंटरव्यू या किताब में स्वीकार नहीं किया है. उन्होंने कभी भी अपने साथ काम करने वाले स्टार्स को उचित श्रेय नहीं दिया… ‘दीवार’ (1975) में शशि कपूर, ‘अमर अकबर एंथोनी’ और ‘कुली’ में ऋषि कपूर या विनोद खन्ना, शत्रुघ्न सिन्हा और धर्मेंद्र सभी ने उनकी फिल्मों की सफलता में योगदान दिया. यह कुछ ऐसा है जिसे किसी ने भी महसूस नहीं किया या स्वीकार नहीं किया. लेकिन चीजें ऐसी ही थीं और हमने इसे शालीनता से स्वीकार कर लिया. इसलिए नहीं कि हम खुद को कमतर मानते थे, बल्कि इसलिए कि टेढ़ा सिक्का चल रहा था (वह उस समय का सिक्का था). यह आज नहीं हो सकता.
‘शायद मैं बेवकूफ था’
ऋषि ने अपनी ऑटोबायोग्राफी में लिखा है, ‘जीतेंद्र से तो मेरे रिलेशन अच्छे थे, लेकिन अमिताभ और मेरे संबंधों में तल्खी थी. मैं उनके साथ अनकम्फर्टेबल महसूस करता था. वे मुझसे 10 साल बड़े थे, लेकिन मैं उन्हें अमित जी की जगह अमिताभ ही बुलाता था. शायद मैं बेवकूफ था. ‘कभी-कभी’ की शूटिंग के वक्त तो न मैं उनसे बात करता था और न ही वो मेरे से. हालांकि, बाद में सब ठीक हो गया और हमारे रिश्ते बेहद अच्छे हो गए. अब तो उनसे फैमिली रिलेशनशिप है. उनकी बेटी श्वेता की शादी मेरी बहन रितु नंदा के बेटे निखिल से हुई है.’
Tags: Amitabh bachchan, Entertainment Special, Rishi kapoor
FIRST PUBLISHED : November 6, 2024, 13:39 IST