सोने-चांदी के भाव
– फोटो : amarujala.com
विस्तार
अखिल भारतीय सर्राफा संघ के अनुसार मजबूत वैश्विक रुख के बीच बुधवार को राष्ट्रीय राजधानी में सोना 50 रुपये टूटकर चार सप्ताह के निम्नतम स्तर 77,750 रुपये प्रति 10 ग्राम पर आ गया। मंगलवार को 99.9 प्रतिशत शुद्धता वाली पीली धातु 77,800 रुपये प्रति 10 ग्राम पर बंद हुई थी।
हालांकि, चांदी की कीमत दो दिन की गिरावट के बाद 1,200 रुपए बढ़कर 92,500 रुपए प्रति किलोग्राम हो गई। पिछले सत्र में चांदी 91,300 रुपए प्रति किलोग्राम के भाव पर बंद हुई थी। 99.5 प्रतिशत शुद्धता वाले सोने का भाव 50 रुपये घटकर 77,350 रुपये प्रति 10 ग्राम रह गया। मंगलवार को यह पीली धातु 77,400 रुपये प्रति किलोग्राम पर बंद हुई थी।
इस बीच, मल्टी कमोडिटी एक्सचेंज (एमसीएक्स) पर वायदा कारोबार में दिसंबर डिलीवरी सोना अनुबंध की कीमत 204 रुपये यानी 0.27 प्रतिशत बढ़कर 75,105 रुपये प्रति 10 ग्राम हो गई। एलकेपी सिक्योरिटीज के उपाध्यक्ष शोध विश्लेषक (कमोडिटी व करेंसी) जतिन त्रिवेदी ने कहा, “निवेशकों की ओर से अमेरिकी उपभोक्ता मूल्य सूचकांक (सीपीआई) के आंकड़े जारी होने की उम्मीद के कारण सोने में मामूली बढ़त देखी गई, जो समग्र कमजोर प्रवृत्ति के बीच कुछ अल्पकालिक समर्थन प्रदान कर सकता है।”
त्रिवेदी ने कहा कि फेडरल रिजर्व के दो प्रतिशत के लक्ष्य की ओर सीपीआई की गिरावट से ब्याज दरों में कटौती जारी रहने का रास्ता खुल सकता है, जिससे लंबी अवधि में सोने को समर्थन मिल सकता है। एक्सचेंज में दिसंबर डिलीवरी वाले चांदी का भाव 760 रुपये यानी 0.85 प्रतिशत बढ़कर 90,087 रुपये प्रति किलोग्राम हो गया।
वैश्विक स्तर पर कॉमेक्स सोना वायदा 8 डॉलर प्रति औंस या 0.31 प्रतिशत बढ़कर 2,614.30 डॉलर प्रति औंस हो गया। एचडीएफसी सिक्योरिटीज के वरिष्ठ विश्लेषक (कमोडिटीज) सौमिल गांधी ने कहा, “बुधवार को सोने में मामूली गिरावट आई और यह निचले स्तर पर ही स्थिर रहा। अमेरिकी चुनाव के बाद डॉलर और ट्रेजरी यील्ड में बढ़ोतरी जारी रही, जिसका कीमती धातुओं की कीमत पर नकारात्मक असर पड़ा।”
कोटक सिक्योरिटीज के कमोडिटी रिसर्च की एवीपी कायनात चैनवाला के अनुसार, निवेशक ट्रम्प की जीत के प्रभावों का आकलन करना जारी रखे हुए हैं, खासकर इसलिए क्योंकि उनके मंत्रिमंडल में कई प्रमुख नियुक्तियों ने चीन के प्रति सख्त रुख अपनाया है। वर्ल्ड गोल्ड काउंसिल की नवीनतम रिपोर्ट के अनुसार, छह महीने के लगातार निवेश के बाद, नवंबर के पहले सप्ताह में वैश्विक स्वर्ण ईटीएफ से लगभग 809 मिलियन अमेरिकी डॉलर की बिकवाली हुई।
रिपोर्ट में कहा गया है कि जहां उत्तरी अमेरिकी फंडों ने निकासी में अग्रणी भूमिका निभाई, वहीं एशिया से मजबूत मांग ने कुछ हद तक संतुलन प्रदान किया, जिससे संभावित अमेरिकी-चीन व्यापार तनावों पर चिंता का संकेत मिला।