महिला बच्चे के मौत के बाद पुलिस को घटना की जानकारी देते परिजन
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अलीगढ़ में थाना सासनीगेट क्षेत्र के आगरा रोड स्थित एक नर्सिंग होम में 16 नवंबर को हाथरस के हार्डवेयर कारोबारी की पत्नी व नवजात बच्चे की मौत हो गई। गुस्साए परिजनों ने चिकित्सक पर इलाज में लापरवाही का आरोप लगाते हुए हंगामा करना शुरु कर दिया। अस्पताल के केबिन में तोड़फोड़ तक कर डाली। पुलिस ने हंगामा कर रहे लोगों को कार्रवाई का आश्वासन देकर शांत कराया। हालांकि इसके बाद परिजन बिना कार्रवाई के ही शव को लेकर हाथरस चले गए।
हाथरस के कस्बा मेंडू निवासी पवन गुप्ता हार्डवेयर कारोबारी हैं। परिजनों के अनुसार 15 नवंबर की शाम को 35 वर्षीय पत्नी रुबी को प्रसव पीडा हुई। परिजन रुबी को आगरा रोड स्थित एक नर्सिंग होम लेकर आ गए। तब चिकित्सकों ने प्रसव में समय बताते हुए घर भेज दिया। रात को फिर से परेशानी होने पर परिजन नर्सिंग होम लेकर आ गए। जहां चिकित्सकों ने पेट में ही बच्चे की माैत होने की बात कही।
इस पर परिजनों ने ऑपरेशन कर बच्चे को निकालने को कहा। आरोप है कि चिकित्सकों ने सामान्य प्रसव कराने की कहकर ऑपरेशन नहीं किया। महिला चिकित्सक के न होने पर नर्स ने ही उपचार शुरू कर दिया। हालत गंभीर होने के करीब एक घंटे बाद महिला चिकित्सक नर्सिंग होम आई। तब तक रुबी ने दम तोड़ दिया। जैसे ही परिजनों को जच्चा-बच्चा की मौत की खबर मिली तो उनका गुस्सा भड़क गया। आक्रोशित परिजनों ने हंगामा करते हुए केबिन में रखे कंप्यूटर को तोड़ दिया। चिकित्सकों पर इलाज में लापरवाही का आरोप लगाते हुए हंगामा शुरू कर दिया। काफी देर तक हंगामा होता रहा।
सूचना मिलते ही थाना सासनीगेट पुलिस मौके पर पहुंच गई। पुलिस ने हंगामा कर रहे लोगों को शांत कराया। इसके बाद परिजनों ने थाने में तहरीर देने से इंकार कर दिया। सीओ प्रथम अभय पांडे ने बताया कि परिजन बिना पोस्टमार्टम के ही जच्चा-बच्चा दोनों के शव को लेकर हाथरस चले गए।