08:45 AM, 02-Feb-2025
वसंत पंचमी के दिन क्या न करें
- वसंत पंचमी के दिन काले रंग के वस्त्र धारण न करें।
- इस दिन पेड़-पौधों को बिल्कुल भी नुकसान नहीं पहुंचाना चाहिए।
- वसंत पंचमी पर बिना स्नान के पूजा, जप, तप न करें।
- इस दिन भूलकर भी तामसिक चीजों का सेवन न करें।
08:29 AM, 02-Feb-2025
सरस्वती वंदना
या कुन्देन्दुतुषारहारधवला या शुभ्रवस्त्रावृता।
या वीणावरदण्डमण्डितकरा या श्वेतपद्मासना॥
या ब्रह्माच्युत शंकरप्रभृतिभिर्देवैः सदा वन्दिता।
सा माम् पातु सरस्वती भगवती निःशेषजाड्यापहा॥1॥
शुक्लाम् ब्रह्मविचार सार परमाम् आद्यां जगद्व्यापिनीम्।
वीणा-पुस्तक-धारिणीमभयदां जाड्यान्धकारापहाम्॥
हस्ते स्फटिकमालिकाम् विदधतीम् पद्मासने संस्थिताम्।
वन्दे ताम् परमेश्वरीम् भगवतीम् बुद्धिप्रदाम् शारदाम्॥2॥
08:17 AM, 02-Feb-2025
वसंत पंचमी पर क्या करें
- वसंत पंचमी के दिन देवी सरस्वती की विधि विधान से पूजा करें। पूजा के दौरान सभी को पीला टीका लगाएं। ऐसा करने से जीवन में मानसिक शांति बनी रहती हैं।
- ज्योतिषियों के अनुसार मां सरस्वती को पीला रंग अत्यंत ही प्रिय है, इसलिए उन्हें वसंत पंचमी पर पीले रंग के पुष्प, पीली हल्दी, पीली मिठाई, पीले फल अर्पित करें। ऐसा करने पर पढ़ाई में आ रही मुश्किलें समाप्त हो सकती हैं।
- इस दिन मां सरस्वती को केसर का हलवा बनाकर भोग लगाएं। ऐसा करने पर वह प्रसन्न होती हैं।
- वसंत पंचमी के शुभ दिन पर माता सरस्वती की पूजा के दौरान अपनी पढ़ाई-लिखाई से जुड़ी चीजों की भी पूजा करें। ऐसा करने पर करियर में मनचाहे परिणामों के योग बनते हैं।
08:04 AM, 02-Feb-2025
क्यों मनाया जाता है वसंत पंचमी का पर्व ?
पौराणिक मान्यताओं के अनुसार, माघ माह के शुक्ल पक्ष की पंचमी तिथि को देवी सरस्वती का जन्म हुआ था। इसी उपलक्ष्य में हर वर्ष वसंत पंचमी मनाई जाती है। देवी सरस्वती को विद्या, कला और बुद्धि की देवी के रूप में पूजा जाता है। इस दिन की पूजा-अर्चना से ज्ञान, कला और संगीत का आशीर्वाद प्राप्त होता है। इसके साथ ही यह पर्व नई फसल और प्रकृति के बदलाव का उत्सव भी है। इस मौसम में सरसों के पीले फूल, आम के पेड़ों पर नई बौर, और गुलाबी ठंड पूरे वातावरण को आनंदमय बना देती है। यह समय न केवल मनुष्य बल्कि पशु-पक्षियों में भी नई ऊर्जा का संचार करता है।
07:51 AM, 02-Feb-2025
विद्यार्थियों के लिए उपाय
- वसंत पंचमी के दिन मां सरस्वती की विधिनुसार पूजा करें, इस दौरान उन्हें पीले रंग का फल अर्पित करें। मान्यता है कि इस उपाय को करने से परीक्षा में मनचाहे परिणामों की प्राप्ति हो सकती हैं।
- ज्योतिष मान्यताओं के अनुसार वसंत पंचमी के दिन देवी सरस्वती के इस मंत्र का माला के साथ 108 बार जप करें। ऐसा करने पर शिक्षा से जुड़ी सभी समस्याएं समाप्त हो सकती हैं। मंत्र है – ‘ॐ ऐं ह्रीं श्रीं क्लीं सरस्वत्यै नमः।’
- बार-बार परीक्षा देने के बावजूद भी मनचाहे परिणामों की प्राप्ति न होने के कारण व्यक्ति मानसिक तनाव से घिरा रहता है। ऐसे में आप वसंत पंचमी के शुभ दिन पर सरस्वती माता की पूजा करें। पूजा के दौरान आप अपनी कॉपी, किताब, पेन पेंसिल आदि का भी पूजन करें। इसके बाद किताब, कॉपी, पेंसिल आदि पढ़ाई-लिखाई वाली चीजों का दान भी करें। इस उपाय को करने से नौकरी और परीक्षा में शुभ परिणाम मिल सकते हैं।
Basant Panchami 2025: वसंत पंचमी पर विद्यार्थी करें ये एक काम, करियर में मिल सकते हैं मनचाहे परिणाम
07:11 AM, 02-Feb-2025
जय सरस्वती माता, मैया जय सरस्वती माता।
सद्गुण, वैभवशालिनि, त्रिभुवन विख्याता ।।जय..।।
चन्द्रवदनि, पद्मासिनि द्युति मंगलकारी।
सोहे हंस-सवारी, अतुल तेजधारी।। जय.।।
बायें कर में वीणा, दूजे कर माला।
शीश मुकुट-मणि सोहे, गले मोतियन माला ।।जय..।।
देव शरण में आये, उनका उद्धार किया।
पैठि मंथरा दासी, असुर-संहार किया।।जय..।।
वेद-ज्ञान-प्रदायिनी, बुद्धि-प्रकाश करो।।
मोहज्ञान तिमिर का सत्वर नाश करो।।जय..।।
धूप-दीप-फल-मेवा-पूजा स्वीकार करो।
ज्ञान-चक्षु दे माता, सब गुण-ज्ञान भरो।।जय..।।
माँ सरस्वती की आरती, जो कोई जन गावे।
हितकारी, सुखकारी ज्ञान-भक्ति पावे।।जय..।।
06:49 AM, 02-Feb-2025
वसंत पंचमी पूजा विधि
- वसंत पंचमी की पूजा के लिए सबसे पहले स्नान कर लें।
- इसके बाद पीले रंग के वस्त्रों को धारण करें।
- अब एक चौकी पर पीला साफ वस्त्र बिछाकर माता सरस्वती की मूर्ति स्थापित कर लें।
- माता को पीले रंग के वस्त्र, फूल, रोली, केसर, हल्दी, चंदन और अक्षत अर्पित करते जाएं।
- अब देवी को मिठाई का भोग लगाएं।
- घी का दीया जलाएं।
- सरस्वती माता के मंत्रों का जाप करें।
- अब हाथों में दीपक लेकर देवी की आरती करना शुरू करें।
- अब प्रसाद वितरित कर दें।
06:32 AM, 02-Feb-2025
सरस्वती पूजा की सामग्री
वसंत पंचमी पर सरस्वती पूजा के लिए सामग्री में आप मां शारदा की तस्वीर, गणेश जी की मूर्ति और चौकी व पीला वस्त्र शामिल करें। इसके अलावा पीले रंग की साड़ी, माला, पीले रंग का गुलाल, रोली, एक कलश, सुपारी, पान का पत्ता, अगरबत्ती, आम के पत्ते और धूप व गाय का घी भी शामिल करें। वहीं कपूर, दीपक, हल्दी, तुलसी पत्ता, रक्षा सूत्र, भोग के लिए मालपुआ, खीर, बेसन के लड्डू और चंदन, अक्षत, दूर्वा, गंगाजल रखना न भूलें।
06:14 AM, 02-Feb-2025
वसंत पंचमी 2025 शुभ योग
इस साल 2 फरवरी 2025 को वसंत पंचमी के दिन उत्तराभाद्रपद नक्षत्र का निर्माण हो रहा है, जिसपर शिव और सिद्ध योग का संयोग है। इस तिथि पर सूर्य मकर राशि में रहेगें। इस दौरान अभिजीत मुहूर्त दोपहर 12:13 से 12:56 मिनट तक रहेगा। अमृतकाल रात 20:24 से 21:53 मिनट तक है।
05:57 AM, 02-Feb-2025
सरस्वती पूजा मुहूर्त
पंचांग के अनुसार इस साल 2 फरवरी 2025 को वसंत पंचमी के दिन पूजा का शुभ मुहूर्त सुबह 7 बजकर 9 मिनट से शुरू होगा, जो दोपहर 12 बजकर 35 मिनट तक रहेगा।