06:23 AM, 13-Mar-2025
भद्रा काल में क्यों नहीं किया जाता होलिका दहन? (Why Holika Dahan is not done during Bhadra Kaal)
पौराणिक मान्यताओं के अनुसार, भद्रा सूर्य देव की पुत्री और शनिदेव की बहन है, और उसका स्वभाव क्रोधी माना जाता है। ब्रह्माजी ने भद्रा को काल गणना के एक प्रमुख अंग विष्टी करण में स्थान दिया था ताकि उनके क्रोध को नियंत्रित किया जा सके। पंचांग में करणों की संख्या 11 होती है, जिसमें 7वां करण विष्टि कहलाता है, और इस समय को अशुभ माना जाता है। इसलिए इस काल में किसी भी प्रकार के मांगलिक कार्य, उत्सव या शुभ कार्यों का आरंभ या समापन नहीं किया जाता।
Holi 2025: कब है होलिका दहन? जानें इस दिन भद्रा की स्थिति
06:07 AM, 13-Mar-2025
आज होलिका दहन पर भद्रा कब से कब तक
कब तक रहेगी भद्रा? (Bhadra Timing on Holika Dahan)
भद्रा आरम्भ: मार्च 13, 2025, बृहस्पतिवार को प्रातः 10:35 बजे
भद्रा समाप्त: मार्च 13, 2025, बृहस्पतिवार को रात्रि 11:26 बजे
भद्रा पूँछ – सायं 06:57 से रात्रि 08:14 तक
भद्रा मुख – रात्रि 08:14 से रात्रि 10:22 तक
Holi 2025: इस बार होली पर भद्रा और चंद्र ग्रहण का साया, इन तीन राशि वालों की बढ़ सकती हैं समस्याएं
05:52 AM, 13-Mar-2025
भद्रा काल: 13 मार्च 2025 को सुबह 10:35 बजे से रात 11:26 बजे तक
होलिका दहन का शुभ मुहूर्त: वैदिक पंचांग की गणना के अनुसार होलिका दहन का सर्वश्रेष्ठ मुहूर्त 13 मार्च को रात्रि 11 बजकर 26 मिनट से लेकर 12 बजकर 30 मिनट तक रहेगा।
धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, भद्रा काल में होलिका दहन करना अशुभ माना जाता है, इसलिए भद्रा समाप्ति के बाद ही दहन करना शुभ होता है।
Holika Dahan 2025: होलिका दहन के लिए मिलेंगे सिर्फ इतने घंटे, यहां देखें शुभ मुहूर्त
05:51 AM, 13-Mar-2025
फाल्गुन पूर्णिमा तिथि (Phalguna Purnima Tithi)
- फाल्गुन पूर्णिमा तिथि प्रारंभ: 13 मार्च 2025 को सुबह 10:35 बजे
- फाल्गुन पूर्णिमा तिथि समाप्त: 14 मार्च 2025 को दोपहर 12:23 बजे
05:32 AM, 13-Mar-2025
Holi 2025 Live: आज है होलिका दहन, जानें शुभ मुहूर्त, पूजा विधि और उपाय
Holika Dahan Shubh Muhurat Time: फाल्गुन पूर्णिमा का दिन केवल होलिका दहन का समय नहीं है, बल्कि यह आध्यात्मिक शुद्धि, शुभता और ईश्वरीय आशीर्वाद प्राप्त करने का भी अवसर है। शास्त्रों के अनुसार, इस दिन अग्नि में समर्पित की गई बुरी शक्तियां समाप्त हो जाती हैं, और देवी-देवताओं की कृपा प्राप्त होती है। होलिका दहन से न केवल नकारात्मकता का नाश होता है, बल्कि जीवन में सुख-समृद्धि और शांति भी आती है। हालांकि, यदि यह सही समय या विधि से न किया जाए, तो इसके अशुभ प्रभाव भी हो सकते हैं। इस बार होली पर चंद्र ग्रहण और होलिका दहन पर भद्रा का साया रहेगा। इस लाइव सेशन में हम आपको होलिका दहन के सही मुहूर्त, मंत्रों का जाप और जीवन में सकारात्मक ऊर्जा लाने के लिए विशेष उपायों के बारे में विस्तार से बताएंगे।