नई दिल्ली. 90 के दशक में गोविंदा बड़े सुपरस्टार हुआ करते थे. जब बात कॉमेडी की आती है, तो गोविंदा को कोई छू भी नहीं सकता था. अपने करियर के एक दौर में वह स्टारडम के पीक पर थे. ऐसा कहा जाता है कि गोविंदा के छूते ही फिल्म सफल हो जाती थी. उन्होंने कई कॉमेडी फिल्मों में काम किया, जिनमें से ज्यादातर डेविड धवन ने बनाई थी.
पागलों की तरह काम करते है गोविंदा
जॉनी लीवर ने कहा, ‘गोविंदा पागलों की तरह काम करते हैं. जब वह काम करते हैं, तो बहुत पैशन के साथ करते हैं. वो अपने काम में इतना डूब जाते हैं कि मुझे नहीं समझ आता कि वो इतनी एनर्जी कहां से लाते हैं. कॉमेडी अपने आप में बहुत मेहनत का काम है और वह एक दिन में 5-6 फिल्मों की शूटिंग करते थे. हर फिल्म को 2-3 घंटे देते थे.
जॉनी लीवर ने गोविंदा को बताया मेहनती इंसान
उन्होंने आगे कहा, ऐसा भी समय था, जब इतनी भागदौड़ के बीच वह आसानी से कॉमेडी कर लेते थे. सिर्फ कॉमेडी ही नहीं, बल्कि डांसिंग भी. आदमी थक जाता था, बीमार हो जाता था. मैं कभी-कभी उनके घर जाता था, कभी उसे टाइफाइड हो जाता, कभी कुछ और. लेकिन फिर भी वो दोबारा खड़ा होता, काम पर लौटता, फाइट सीन शूट करता, सबकुछ करता. वो बेहद मेहनती इंसान हैं.’
गोविंदा के साथ काम करने में आया बहुत मजा
शॉट्स के बीच ब्रेक लेते थे गोविंदा
जब जॉनी लीवर से गोविंदा के साथ उनके सबसे बेहतरीन कोलैबोरेशन के बारे में पूछा गया, तो जॉनी लीवर ने ‘दीवाना मस्ताना’ और ‘जोरू का गुलाम’ जैसी फिल्मों का नाम लिया. उन्होंने यह भी याद किया कि सेट पर शेड्यूल कितना थकाने वाला होता था. उन्होंने बताया कि गोविंदा कभी-कभी शॉट्स के बीच में ब्रेक लेते थे, ताकि वह उनकी एनर्जी वापस आ जाए.