हर साल गर्मियों में रेलवे में टिकट वेटिंग की बढ़ने वाली समस्या 4-5 साल में कम या खत्म हो सकती है। सरकार कुछ नई ट्रेनों के साथ वंदे भारत का जबरदस्त विस्तार करने वाली है। इससे काफी हद तक वेटिंग की समस्या से छुटकारा मिलेगा। इन सभी सुविधाओं पर 1.20 लाख करोड़ रुपये तक खर्च किया जा सकता है।
ये भी पढ़ें: Report: हथियारों के लिए पाकिस्तान पूरी तरह चीन पर निर्भर, स्वदेशी उत्पादन व विविध देशों से खरीद भारत की नीति
टीटागढ़ रेलवे सिस्टम के मुताबिक, इस समय सरकार वंदे भारत पर जोर दे रही है। अगले चार से पांच साल में 400-500 वंदे भारत ट्रेनों को विभिन्न शहरों में उतारा जाएगा। इसमें स्लीपर भी होंगे। कंपनी के डिप्टी एमडी पृथ्वीश चौधरी ने बताया, 3,000 नई ट्रेनें भी आ रही हैं। इसके साथ अगले दो से तीन साल में 100 अमृत भारत ट्रेनें और 17,500 जनरल एवं गैर एसी कोच भी बनने वाले हैं। उन्होंने कहा, मेट्रो रेल का विस्तार 1,700 किलोमीटर तक होने वाला है। इससे कोच बनाने वाली कंपनियों को भी अपनी क्षमता का विस्तार करना पड़ रहा है।
ये भी पढ़ें: Weather Update: अलर्ट के बीच हिमाचल-उत्तराखंड में आफत की बारिश; आज 15 राज्यों में रेड और ऑरेंज अलर्ट
80 वंदेभारत स्लीपर ट्रेन बनाई जाएंगी
सरकारी कंपनी भारत हैवी इंजीनियरिंग लि टीटागढ़ के साथ मिलकर 80 वंदेभारत स्लीपर ट्रेन बनाएंगी। चौधरी के मुताबिक, कोलकाता के उत्तरपाड़ा प्लांट में मेट्रो रेल के ट्रेन सेट का निर्माण शुरू हो गया है। कंपनी बंगलूरू, अहमदाबाद, सूरत और पुणे मेट्रो के लिए कोच बना रही है। इस समय कंपनी के पास कुल 24,500 करोड़ रुपये के ऑर्डर हैं।