बीना/सोनभद्र/एबीएन न्यूज। एनसीएल बीना परियोजना में रोजगार को लेकर ग्राम प्रधानों और प्रबंधन के बीच तनातनी बढ़ती जा रही है। विस्थापित और प्रभावित गांवों के प्रधानों ने कंपनी पर मनमानी भर्तियों का आरोप लगाते हुए गहरी नाराज़गी जताई है।
शुक्रवार शाम को ग्राम चांदुआर, घरसड़ी और बांसी के प्रधान योगेंद्र कुमार एवं पुष्पा देवी, आरती देवी तथा प्रधान प्रतिनिधियों ने एनसीएल प्रबंधन को ज्ञापन सौंपा। ज्ञापन में कहा गया कि चेन्नई राधा कंपनी ओबी हटाने का काम कर रही है, लेकिन बिना किसी पूर्व सूचना के बाहरी लोगों को भर्ती किया जा रहा है।
प्रधानों ने आरोप लगाया कि परियोजना से प्रभावित ग्रामीणों को रोजगार में प्राथमिकता नहीं दी जा रही है। उन्होंने मांग की कि इस विषय में तुरंत उच्चाधिकारियों के साथ बैठक बुलाई जाए, ताकि विस्थापितों को न्याय मिल सके। प्रधानों ने स्पष्ट चेतावनी दी कि अगर उनकी मांगों पर जल्द निर्णय नहीं हुआ तो 16 जुलाई से आंदोलन शुरू किया जाएगा।
दूसरी ओर, कंपनी प्रबंधन का कहना है कि भर्तियां परियोजना के निर्धारित नियमों के अनुरूप की जा रही हैं और इसमें कई स्थानीय व विस्थापित ग्रामीणों को भी शामिल किया गया है। प्रबंधन ने यह भी कहा कि सभी पक्षों को विश्वास में लेकर काम किया जाएगा।