लखनऊ/एबीएन न्यूज। पूर्वोत्तर रेलवे, लखनऊ मंडल द्वारा यात्री सुविधाओं के उन्नयन और परिचालनिक सुगमता को ध्यान में रखते हुए बहराइच-नानपारा रेलखंड (34.85 किलोमीटर) पर 25,000 वोल्ट एसी क्षमता युक्त नई विद्युतीकृत रेल लाइन का संरक्षा परीक्षण सफलतापूर्वक सम्पन्न हुआ। परीक्षण के दूसरे दिन आज रेल संरक्षा आयुक्त, पूर्वोत्तर परिमंडल श्री प्रणजीव सक्सेना ने मटेरा-नानपारा खंड का निरीक्षण किया।
उनके साथ पूर्वोत्तर रेलवे के मुख्य प्रशासनिक अधिकारी (निर्माण) श्री अभय कुमार गुप्ता, मुख्य विद्युत इंजीनियर/निर्माण श्री ओ.पी. सिंह, मुख्य सिगनल एवं दूरसंचार इंजीनियर/निर्माण श्री आर.के. चौधरी, लखनऊ मंडल के मंडल रेल प्रबंधक श्री गौरव अग्रवाल सहित रेलवे के वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित रहे।
निरीक्षण की शुरुआत मटेरा रेलवे स्टेशन से हुई, जहां रेल संरक्षा आयुक्त ने नई विद्युतीकृत लाइन के सेफ्टी अभिलेखों, यार्ड प्लान, प्लेटफार्म क्लियरेंस, प्वाइंट क्रासिंग, सिगनलिंग, रिले रूम, पैनल इंटरलॉकिंग, बैटरी रूम आदि का गहन निरीक्षण किया। उन्होंने स्टेशन मास्टर से संरक्षा संबंधित प्रश्न पूछकर उनकी कार्यकुशलता भी परखी।
इसके पश्चात मोटर ट्रॉली के माध्यम से मटेरा-नानपारा रेलखंड के बीच नई विद्युत लाइन का निरीक्षण किया गया। इस दौरान श्री सक्सेना ने प्वाइंट्स एंड क्रासिंग, समपार संख्या 58 (एलएचएस), मेजर ब्रिज संख्या 47, एलएचएस संख्या 63, कर्व संख्या 3, और रेलवे लाइन के बैलास्ट कुशन की स्थिति का जायजा लिया।
नानपारा स्टेशन पहुंचने पर उन्होंने स्टेशन यार्ड, अधीक्षक कार्यालय, पैनल रूम, रिले रूम, बैटरी रूम, फुट ओवर ब्रिज और स्टेशन वर्किंग रूल्स के अद्यतन की स्थिति का निरीक्षण किया। निरीक्षण के अंतिम चरण में नानपारा-बहराइच खंड पर सीआरएस स्पेशल ट्रेन से 130 किमी प्रति घंटे की अनुमेय गति पर स्पीड ट्रायल किया गया, जो पूरी तरह सफल रहा।

रेल प्रशासन ने बहराइच-नानपारा रेलखंड के आसपास निवास करने वाले नागरिकों से अपील की है कि अब यह खंड विद्युतीकृत हो चुका है, अतः ओवरहेड तारों और ट्रैक से सुरक्षित दूरी बनाए रखें। मवेशियों को रेलवे ट्रैक के आसपास खुला न छोड़ें एवं किसी भी प्रकार की लापरवाही से बचें।

इस अवसर पर वरिष्ठ मंडल परिचालन प्रबंधक श्री प्रसन्न कात्यायन, वरिष्ठ मंडल संरक्षा अधिकारी डॉ. शिल्पी कन्नौजिया, वरिष्ठ मंडल इंजीनियर श्री अश्विनी कुमार तिवारी, वरिष्ठ मंडल सिगनल एवं दूरसंचार इंजीनियर श्री वैभव श्रीवास्तव, वरिष्ठ मंडल विद्युत इंजीनियर (टीआरडी) श्री धनंजय मिश्रा, मंडल सिगनल एवं दूरसंचार इंजीनियर श्री रविंद्र सिंह समेत अन्य अधिकारी व कर्मचारी उपस्थित रहे। पूर्वोत्तर रेलवे द्वारा किया गया यह कार्य न केवल यात्री सुविधाओं को और बेहतर बनाएगा बल्कि क्षेत्र के आर्थिक एवं सामाजिक विकास में भी एक नई गति देगा।