सोनभद्र/बीना/एबीएन न्यूज। उत्तर प्रदेश में सरकारी स्कूलों को बंद किए जाने के विरोध में आम आदमी पार्टी द्वारा चलाया गया “जगाओ शंख बजाओ, स्कूल बचाओ अभियान” अब एक जन आंदोलन का रूप ले चुका है। रविवार को पूरे प्रदेश में इस मुद्दे को लेकर जोरदार विरोध प्रदर्शन किए गए।
सोनभद्र जिले में पार्टी कार्यकर्ताओं, पदाधिकारियों, शिक्षकों, अभिभावकों और बच्चों ने मिलकर बंद किए गए सरकारी प्राथमिक विद्यालय पेटराही पहुंचकर शंख और थाली बजाकर प्रतीकात्मक विरोध जताया और आम जनमानस को जागरूक करने का प्रयास किया।
पार्टी के जिलाध्यक्ष रमेश गौतम ने जानकारी दी कि यह अभियान पार्टी के प्रदेश प्रभारी व राज्यसभा सांसद संजय सिंह के आह्वान पर चलाया जा रहा है। उन्होंने कहा कि भाजपा सरकार शिक्षा व्यवस्था को ध्वस्त करने पर तुली है, जबकि आम आदमी पार्टी सरकारी स्कूलों को बचाने की लड़ाई लड़ रही है।
जिला संगठन प्रभारी ज्योति जंग सिंह ने आरोप लगाया कि “योगी सरकार 27,000 से अधिक स्कूल बंद कर चुकी है जबकि उतनी ही संख्या में शराब की दुकानें खोली जा रही हैं, जिससे यह स्पष्ट है कि सरकार की प्राथमिकता शिक्षा नहीं, कुछ और है।”
रमेश गौतम ने कहा कि “पार्टी तब तक संघर्ष करती रहेगी जब तक सरकार यह फैसला वापस नहीं लेती। उत्तर प्रदेश के बच्चों का भविष्य अंधकारमय न हो, इसके लिए आम आदमी पार्टी हर स्तर पर विरोध करेगी।” उन्होंने बताया कि आगामी 2 अगस्त को लखनऊ के इको गार्डन में ‘स्कूल बचाओ आंदोलन’ का आयोजन किया जाएगा, जिसमें प्रदेशभर से कार्यकर्ता जुटेंगे।
उन्होंने यह भी बताया कि “उत्तर प्रदेश हाईकोर्ट की डबल बेंच ने फिलहाल उन स्कूलों को बंद करने की प्रक्रिया पर रोक लगा दी है जिन पर अंतिम निर्णय नहीं हुआ है। यह न्यायपालिका द्वारा शिक्षा के अधिकार की रक्षा की दिशा में एक सकारात्मक कदम है।”
गौतम ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से स्कूल बंद करने का निर्णय तुरंत वापस लेने की अपील की और कहा कि “बच्चों के भविष्य से खिलवाड़ किसी भी सूरत में बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।”
इस विरोध प्रदर्शन में शमशाम अहमद, विमलेश पटेल, परदेशी पटेल सहित कई स्थानीय कार्यकर्ता और ग्रामीण शामिल हुए, जिन्होंने सरकार के इस कदम के खिलाफ अपनी नाराजगी जाहिर की।