अमेरिका और भारत व्यापार समझौते पर अभी तक किसी अंतिम परिणाम तक नहीं पहुंचे हैं। दोनों देशों के बीच व्यापार समझौते को लेकर वार्ता का अगला दौर 25 अगस्त को होगा, जिसमें अंतरिम समझौते पर चर्चा की जाएगी। इस बीच अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने संकेत दिया है कि वे भारत पर 20-25% के बीच हाई टैरिफ लगा सकते हैं। हालांकि उन्होंने यह भी कहा कि भारत अमेरिका अच्छे मित्र हैं। उन्होंने यह भी कहा कि अभी दोनों देशों के बीच कोई समझौता अपने अंतिम परिणाम तक नहीं पहुंचा है। गौरतलब है कि व्यापार समझौते को लेकर दोनों देशों के बीच पांच दौर की वार्ता हो चुकी है। वहीं, अगर एक अगस्त तक कोई हल नहीं निकला, तो भारतीय निर्यातकों पर अतिरिक्त 16 फीसदी टैरिफ लग सकता है।
क्या बोले ट्रंप
पांच दिवसीय स्कॉटलैंड यात्रा से अमेरिका लौटते समय एयर फोर्स वन में पत्रकारों से बात करते हुए ट्रंप ने यह बयान दिया। जब उनसे पूछा गया कि क्या भारत 20-25% के बीच उच्च टैरिफ का भुगतान करने जा रहा है। इस पर अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने कहा कि हां, मुझे ऐसा लगता है। भारत मेरा मित्र है। उन्होंने मेरे अनुरोध पर पाकिस्तान के साथ युद्ध समाप्त कर दिया।
आगे बोलते हुए उन्होंने यह भी कहा कि अभी भारत के साथ व्यापार समझौता अंतिम रूप से तय नहीं हुआ है। भारत एक अच्छा मित्र रहा है, लेकिन भारत ने मूल रूप से किसी भी अन्य देश की तुलना में हम पर अधिक टैरिफ लगाए हैं। ट्रंप का यह बयान पारस्परिक टैरिफ की एक अगस्त वाली समयसीमा खत्म होने से दो दिन पहले आया है।
25 अगस्त को व्यापार समझौते के छठे दौर की वार्ता के लिए भारत आएगी अमेरिकी टीम
वहीं, एक अमेरिकी टीम 25 अगस्त को व्यापार समझौते के छठे दौर की वार्ता के लिए भारत आएगी। एक अधिकारी ने मंगलवार को यह जानकारी दी। उन्होंने कहा, टीम अगले महीने के अंत में आ रही है, लेकिन दोनों पक्ष एक अगस्त से पहले एक अंतरिम व्यापार समझौते पर पहुंचने के लिए मतभेदों को सुलझाने में लगे हुए हैं। एक अगस्त वह तारीख है, जब अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की ओर से कई देशों पर लगाए लगाए गए टैरिफ की निलंबन अवधि खत्म हो जाएगी। इन देशों में भारत भी शामिल है।
अंतरिम समझौते के लिए सहमति बनने की संभावना कम
वहीं, दोनों देशों में अंतरिम समझौते के लिए सहमति बनने की संभावना कम लग रही है। बीते सोमवार को अमेरिकी व्यापार प्रतिनिधि जैमिसन ग्रीयर ने व्यापार समझौते पर और बातचीत करने की बात कही थी। फिर भी अधिकारी उम्मीद नहीं छोड़ रहे हैं कि आखिरी समय में कोई बड़ी सफलता मिल सकती है। ग्रीयर ने सोमवार को कहा था कि हम अपने भारतीय सहयोगियों से लगातार बात कर रहे हैं और हमेशा उनके साथ रचनात्मक चर्चाएं हुई हैं। अगर एक अगस्त की अंतिम तारीख आगे नहीं बढ़ाई जाती या दोनों देशों के बीच अंतरिम समझौता नहीं होता, तो भारतीय निर्यातकों को मौजूदा 10 फीसदी के ऊपर 16 फीसदी अतिरिक्त टैरिफ का सामना करना पड़ सकता है।
दोनों देशों में पांच दौर की हो चुकी है वार्ता
भारत और अमेरिका की टीमें पिछले हफ्ते वॉशिंगटन में इस समझौते के पांचवें दौर की बातचीत पूरी कर चुकी हैं। भारत के मुख्य वार्ताकार और वाणिज्य विभाग के विशेष सचिव राजेश अग्रवाल और दक्षिण और मध्य एशिया के लिए अमेरिकी सहायक व्यापार प्रतिनिधि ब्रेंडन लिंच ने यह वार्ता की। यह बातचीत महत्वपूर्ण है, क्योंकि दोनों पक्ष एक अगस्त से पहले एक अंतरिम व्यापार समझौते को अंतिम रूप देने की कोशिश कर रहे हैं। इस साल दो अप्रैल को अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने उच्च जवाबी टैरिफ लगाने की घोषणा की थी। इन टैरिफ को तुरंत 90 दिन के लिए निलंबित कर दिया गया। इसके लिए नौ जुलाई की तारीख थी और बाद में यह तारीख एक अगस्त तक बढ़ाई गई, क्योंकि अमेरिका कई देशों के साथ व्यापार समझौते कर रहा है।
इन मुद्दों पर फंसा है पेच
अमेरिका भारत के कृषि और डेयरी क्षेत्र में टैरिफ छूट की मांग कर रहा है। लेकिन भारत ने इन क्षेत्रों अभी तक नहीं किसी देश के लिए नहीं खोला है। कुछ किसान संगठनों ने सरकार से आग्रह किया है कि व्यापार समझौते में कृषि संबंधी मुद्दों को शामिल न किया जाए। भारत इस अतिरिक्त 26 फीसदी टैरिफ को हटाने की मांग कर रहा है। साथ ही वह इस्पात और एल्यूमीनियम (50 फीसदी) और ऑटो क्षेत्र (25 फीसदी) पर लगे टैरिफ में छूट चाहता है। ये मुद्दे व्यापार समझौते की वार्ता के महत्वपूर्ण हिस्सा हैं।