नई दिल्ली. मिथुन चक्रवर्ती के बेटे मिमोह चक्रवर्ती ने साल 2008 में फिल्म जिमी से बॉलीवुड डेब्यू किया था. हालांकि, यह बॉक्स ऑफिस पर नहीं चली. हाल ही में मिमोह चक्रवर्ती ने अपनी डेब्यू फिल्म के बॉक्स ऑफिस फेलियर बात की. उन्होंने बताया कि जब उनकी पहली मूवी को खराब रिस्पॉन्स मिला था, तब उन्हें बहुत गुस्सा आया था. मिमोह ने यह भी बताया कि जिमी के फ्लॉप होने के बाद पिता मिथुन चक्रवर्ती और मां योगिता बाली ने उन्हें बहुत सपोर्ट किया था.
स्क्रीन को दिए इंटरव्यू में जिमी की असफलता के बारे में बात करते हुए मिमोह चक्रवर्ती ने कहा, ‘जब आप पूरी तरह टूट जाते हैं और जिंदगी आपको जमीन पर ला पटकती है, तो वहां से एक ही रास्ता होता है- ऊपर उठने का. मैं अपनी जिंदगी में आई उन तमाम असफलताओं के लिए बहुत आभारी हूं. जिमी के बाद मुझे यह समझना पड़ा कि फिर से ऊपर उठने का सही तरीका क्या होता है. अगर सब कुछ आसानी से मिल जाए, तो उसकी कद्र नहीं होती. हां, यह एक झटका था, लेकिन ऐसे झटकों से आपको गायब नहीं हो जाना चाहिए. जिम्मी ने मुझे सिखाया कि किसी भी चीज को न तो व्यक्तिगत रूप से लेना चाहिए और न ही उसे अपना हक समझ लेना चाहिए.’
जिमी को मिला था बेहद खराब रिस्पॉन्स
मिमोह चक्रवर्ती ने जिमी के बाद मिली आलोचनाओं पर भी बात की. उन्होंने कहा, ‘बहुत गुस्सा आता था. मुझे बिल्कुल उम्मीद नहीं थी कि रिस्पॉन्स इतना खराब मिलेगा. मैं खुद से कह रहा था कि शायद ज्यादातर लोग मुझे पसंद करेंगे या कम से कम ठीक-ठाक ही मानेंगे, लेकिन जो हुआ वो बिलकुल मेरी कल्पना से विपरीत था. जो बैकलैश मुझे मिला, मैं बस यही सोचता रहा कि ऐसा क्यों हो रहा है, क्योंकि मेरी नजर में फिल्म इतनी भी बुरी नहीं थी. आज जब मैं पीछे मुड़कर देखता हूं, तो अब इन सब बातों का मुझ पर कोई असर नहीं होता. अगर आज कोई मुझे जिमी की आलोचना वाला आर्टिकल पढ़ने को दे, तो मैं उसे ऐसे पढ़ूंगा जैसे कुछ हुआ ही नहीं था.’
मुश्किल वक्त में पूरे परिवार ने किया सपोर्ट
अपने परिवार से मिले सपोर्ट के बारे में मिमोह चक्रवर्ती ने कहा, ‘उस समय मेरे पैरेंट्स ने मुझे बहुत सहारा दिया. एक्टर होना तो दूर की बात है, मैं सबसे पहले उनका बेटा हूं. आज मैं जो कुछ भी हूं, वो अपने माता-पिता की वजह से हूं. मैंने एक साल तक घर से बाहर कदम नहीं रखा. जिमी के बाद मैं बस चकाचौंध से दूर हो गया. मैं नहीं चाहता था कि लोग मुझे देखें. मैं खुद को देखने का नजरिया बदलना चाहता था. उस समय मैं खुद की ही कोसता करता रहता था. मां, पापा और मेरे भाई-बहनों ने मुझे ठीक होने का समय दिया. तब मैं सिर्फ 25 साल का था. हर कोई इस दौर से गुजरता है.’
विक्रम भट्ट की ‘हॉन्टेड’ ने बदली किस्मत
मिमोह ने यह भी खुलासा किया कि जिमी के फ्लॉप होने के बाद जब उन्हें विक्रम भट्ट की हॉन्टेड 3D फिल्म मिली तो कई लोगों ने डायरेक्टर को अपने फैसले पर दोबारा सोचने की सलाह दी. उन्होंने बताया, ‘उस एक साल के बाद मैंने अपना पोर्टफोलियो बनवाया और हर डायरेक्टर-प्रोड्यूसर के पास गया. मैं सोच रहा था कि शायद सब मुझे काम नहीं देंगे, लेकिन मुझे हॉन्टेड मिल गई. उस वक्त विक्रम भट्ट को कहा गया था कि मुझे साइन न करें, वो एक गलती कर रहे हैं. इंडस्ट्री में एक धारणा बन गई थी. अगर मैं एक सेल के लायक एक्टर नहीं हूं, तो कोई मेरे साथ काम क्यों करेगा? उस समय मुझे यह बात समझ में नहीं आती थी.’
‘हॉन्टेड 2’ में नजर आएंगे मिमोह चक्रवर्ती
एक्टर ने खुलासा किया कि कई बार ऐसा हुआ, जब वह सेट तक पहुंच गए थे, लेकिन उन्हें प्रोजेक्ट से रिप्लेस कर दिया गया. हालांकि, अपने पिता मिथुन चक्रवर्ती के संघर्षों को याद करके उन्होंने हिम्मत नहीं खोई और आगे बढ़ते रहे. वर्क फ्रंट की बात करें तो मिमोह पिछली बार ‘खाकी: द बंगाल चैप्टर’ सीरीज में नजर आए थे. अब वह ‘हॉन्टेड 2’ में दिखाई देंगे, जो इस साल सितंबर में रिलीज होने वाली है.