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साल 2009 में आई इस फिल्म ने इतिहास रच दिया था. फिल्म ने एक-दो नहीं कई अवॉर्ड्स भी अपने नाम किए थे. करीब 15 करोड़ के छोटे बजट में बनी इस फिल्म ने 48 करोड़ से ज्यादा की कमाई की थी.
नई दिल्ली. बॉलीवुड से लेकर साउथ तक ऐसे कई कलाकार हैं, जिन्होंने अपने से कम उम्र के स्टार्स के साथ फिल्मी पर्दे पर रोमांस किया. 15 साल पहले खुद से 37 साल बड़े एक्टर की मां एक यंग एक्ट्रेस बनी और इंडस्ट्री में खलबली मच गई. ये वो हसीना है, जिनपर मेकर्स आंख मूंदकर भरोसा कर लेते हैं. फिल्म के रिलीज होने से पहले जब लोगों को पता चला तो कुछ ने चेतावनी दी तो किसी ने ताने मारते हुए कहा- इसका तो करियर खत्म. लेकिन फिल्म रिलीज हुई तो बड़े पर्दे पर जबरदस्त हिट साबित हुई. क्या आप अंदाजा लगा पाए…

ये एक्ट्रेस और कोई नहीं टीवी से बॉलीवुड का सफर करने वाली विद्या बालन हैं. उन्होंने बड़े पर्दे पर सदी के महानायक अमिताभ बच्चन की मां का रोल निभाकर लोगों को हैरान कर दिया था. लोग कहने लगे कि यह फैसला उनके करियर को डुबो देगा.लेकिन विद्या ने सबको गलत साबित कर दिया. हाल ही में एक्ट्रेस ने फिल्मफेयर को दिए एक इंटरव्यू में फिल्म के जुड़ी यादों को ताजा किया.

विद्या बालन ने फिल्म ‘पा’ में अमिताभ बच्चन की मां की भूमिका निभाकर न सिर्फ सबको चौंकाया था, बल्कि उस वक्त चल रहे बॉलीवुड ट्रेंड को भी चुनौती दी थी. फिल्म को रिलीड हुए 15 साल बीत गए हैं और विद्या इंडस्ट्री में अपने 20 साल पूरे कर रही हैं.

विद्या ने बताया कि जब निर्देशक आर. बाल्की ने पहली बार उन्हें स्क्रिप्ट सुनाई, तो उन्हें लगा, ‘बाल्की पागल हो गए हैं’.उन्होंने कहा कि वो अभिषेक और मुझे मिस्टर बच्चन के माता-पिता के रूप में कास्ट करना चाहते हैं. ये सुनकर तो मुझे अजीब सा लगा. लेकिन फिर उन्होंने मुझे पूरी स्क्रिप्ट सुनाई… और कुछ बदल गया. एक्टिंग के उस जुनून ने अंदर से कहा- ‘ये करना चाहिए’.

विद्या ने आगे बताया कि इस भूमिका को लेकर उन्हें कई लोगों ने चेतावनी दी थी और कहा अगर तुम उम्रदराज महिला का किरदार करोगी तो तुम्हारा करियर खत्म हो जाएगा. लेकिन उन्होंने स्क्रिप्ट को कुछ करीबी दोस्तों को पढ़वाया. उनमें से एक लेखक और एक ऐड फिल्ममेकर हैं. विद्या ने बताया कि उन्होंने उन्हें वो फिल्में करनी की सलाह दी तो मैंने लोगों की बातें सुनना बंद कर दिया और अपनी आवाज सुनना शुरू किया.

2009 में रिलीज हुई फिल्म ‘पा’ न सिर्फ सुपरहिट साबित रही, बल्कि इसे राष्ट्रीय पुरस्कार भी मिले. फिल्म में अमिताभ बच्चन ने ‘ऑरो’ नाम के एक ऐसे 12 साल लड़के का किरदार निभाया, जो प्रोजेरिया नाम की एक दुर्लभ बीमारी से ग्रस्त होता है, जिससे उसका शरीर जल्दी बूढ़ा होने लगता है.

फिल्म में अमिताभ के बेटे अभिषेक बच्चन ने उनके पिता और विद्या ने उनकी मां की भूमिका निभाई थी. जो वास्तविक जीवन की परिस्थितियों से बिल्कुल उलट थी और यहीं से इस फिल्म ने इतिहास रच दिया.

फिल्म को ‘बेस्ट हिंदी फीचर फिल्म’ और अमिताभ बच्चन को ‘सर्वश्रेष्ठ अभिनेता’ का राष्ट्रीय पुरस्कार मिला था. विद्या बालन के लिए यह फिल्म आज भी उनके सबसे दमदार और यादगार परफॉर्मेंस में से एक मानी जाती है.