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7 Superstars Who Became new Actors Godfather: आइए जानते हैं उन सात सुपरस्टार्स के बारे में, जिन्होंने नए एक्टर्स के लिए गॉडफादर की भूमिका निभाई. इंडियन सिनेमा में सितारे सिर्फ पर्दे पर नहीं चमकते, बल्कि पर्दे के पीछे भी अपनी चमक बिखेरते हैं
नई दिल्ली. फिल्म इंडस्ट्री में अकसर कहा जाता है ‘अगर टैलेंट है तो एक दिन चमक जरूर मिलेगी.’ लेकिन सिनेमा की दुनिया में सिर्फ टैलेंट काफी नहीं होता, कभी-कभी किसी बड़े स्टार का हाथ थामना भी उतना ही जरूरी होता है. आज बॉलीवुड और रीजनल सिनेमा में कई सुपरस्टार्स ऐसे हैं, जिन्होंने न सिर्फ खुद स्टारडम पाया बल्कि नए-नवेले चेहरों को भी लॉन्च कर उन्हें लाइमलाइट में ला दिया. किसी ने अपने भाई या भतीजे को हीरो बनाया तो किसी ने पूरा साम्राज्य खड़ा कर दिया.

इंडियन सिनेमा में एक्टर्स का प्रोड्यूसर बनना कोई नया चलन नहीं है. राज कपूर से लेकर देव आनंद तक, कई दिग्गजों ने अपने करियर में न सिर्फ एक्टिंग की बल्कि फिल्में प्रोड्यूस कर इंडस्ट्री में मिसाल कायम की. अक्सर ये फिल्में वही थीं, जिनमें वह खुद हीरो बने. लेकिन, इंडस्ट्री में वक्त के साथ इन परंपरा में बदलाव देखने को मिला. अब सितारे ऐसी फिल्मों को भी बैक कर रहे हैं , जिसमें वो खुद नहीं बल्कि दूसरे सितारों को मौका दे रहे हैं.

<br />ये रिस्क लेने वाले पहले स्टार रहे जॉन अब्राहम. साल 2012 में ‘विकी डोनर’ को प्रोड्यूस कर जॉन अब्राहम ने इतिहास रचा. इस फिल्म से आयुष्मान खुराना और यामी गौतम को उन्होंने लॉन्च किया और एक संवेदनशील विषय को मेनस्ट्रीम सिनेमा में जगह मिली. इसके बाद ‘सरदार का ग्रैंडसन’ और ‘तारा वर्सेस बिला’ जैसी फिल्मों से भी जॉन ने साबित किया कि वह एक्सपेरिमेंट से नहीं डरते.

ऑफबीट कहानियों के पैरोकार आमिर खान रहे. ‘लगान’ और ‘तारे जमीन पर’ जैसी क्लासिक्स देने वाले आमिर खान ने एक्टर के तौर पर कई हिट फिल्में दी हैं. साल 2008 में उन्होंने ‘जाने तू या जाने ना’ से अपने भतीजे इमरान खान को लॉन्च किया. साल 2010 में ‘पीपली लाइव’ और 2011 में ‘दिल्ली बेली’ को उन्होंने प्रोड्यूस किया. उनकी अगली फिल्म ‘हैप्पी पटेल खतरनाक जासूस’ में वीर दास डायरेक्टर के तौर पर डेब्यू कर रहे हैं. आमिर का फोकस हमेशा नए प्रयोगों और सीमाओं को आगे बढ़ाने पर रहा है.

भारतीय सिनेमा के महानायक कमल हासन आज भी नए चेहरों पर दांव लगाते हैं. उनकी हालिया फिल्म ‘आमारन’ में लीड रोल सिवाकार्तिकेयन (Sivakarthikeyan) निभा रहे हैं. इससे पहले वह ‘नाला दामयंती’ (आर माधवन के साथ) और ‘मगलिर मट्टम’ (रेवती के साथ) जैसी फिल्में भी प्रोड्यूस कीं, जहां वे खुद नहीं दिखे. कमल के नाम से फिल्म को दर्शकों का भरोसा अपने आप मिल जाता है.

<br />तेलुगु स्टार नानी ने अपनी HIT फ्रेंचाइजी से प्रोड्यूसर के तौर पर पहचान बनाई. ‘हिट: द फर्स्ट केस’ (2020) और ‘हिट: द सेकंड केस’ (2022) प्रोड्यूस कीं. पहले दो फिल्मों में उन्होंने विश्वक सेन और अदिवी शेष को मौका दिया. तीसरे पार्ट में ही नानी ने मुख्य भूमिका निभाई और इसके लिए नई प्रोडक्शन बैनर शुरू की, क्योंकि पहली बैनर की फिलॉसफी खुद को छोड़कर फिल्में बनाने की थी.

न्यूकमर्स को लॉन्चपैड देने वाले सलमान खान ने अपनी बैनर सलमान खान फिल्म्स के तहत साल 2015 में ‘हीरो’ से सूरज पंचोली और अथिया शेट्टी को लॉन्च किया. वहीं, साल 2019 में ‘नोटबुक’ से जाहिर इकबाल और प्रनूतन बहल इंडस्ट्री में आए. भले ही ये फिल्में बड़ी हिट न रहीं, लेकिन सलमान का मकसद नए टैलेंट को मौका देना ही था.

‘मैं हूं ना’ से लेकर ‘जवान’ तक शाहरुख खान की रेड चिलीज एंटरटेनमेंट ने थिएट्रिकल रिलीज में ज्यादातर उनकी खुद की फिल्में प्रोड्यूस कीं. लेकिन ओटीटी प्लेटफॉर्म पर उन्होंने दूसरों को खूब मौके दिए. आलिया भट्ट की ‘डार्लिंग्स’, बॉबी देओल की ‘क्लास ऑफ 83’ और इमरान हाशमी की ‘बार्ड ऑफ ब्लड’ और ‘बेताल’ जैसी प्रोजेक्ट्स उन्होंने बैक किए.

लिस्ट में आखिरी नाम मलयालम, तमिल और हिंदी फिल्मों में अपनी पहचान बना चुके दुलकर सलमान का है, जिन्होंने हाल ही में ‘लोकाह: चैप्टर 1 – चंद्रा’ को प्रोड्यूस किया. कल्याणी प्रियदर्शन स्टारर इस फिल्म ने 2025 की टॉप-5 हिट फिल्मों में जगह बना ली है. उन्होंने वेफेयरर फिल्म्स के तहत कई प्रोजेक्ट्स प्रोड्यूस किए हैं, जैसे ‘मणियारायिले अशोकन’ (2020), ‘वरने अवश्यमुंडु’ (2020), ‘सैल्यूट’ (2022) और ‘अदि’ (2023). उनकी फिल्मों से उनकी सोच साफ है, कंटेंट पर रिस्क लेने से ही सिनेमा का दायरा बढ़ेगा.