भादो शुक्ल की 15वीं तिथि को परिवर्तिनी एकादशी या पार्श्व एकादशी का व्रत रखा जाता है, जोकि इस वर्ष 3 सितंबर 2025 को है. इस दिन भगवान विष्णु के वामन अवतार की पूजा होती है.

धार्मिक मान्यता के अनुसार परिवर्तिनी एकादशी के दिन भगवान श्रीविष्णु शेषनाग की शैया पर करवट बदलते हैं. इसलिए इसे परिवर्तिनी कहा जाता है. इस दिन व्रत, तुलसी पूजन और दीपदान का विशेष महत्व है.

परिवर्तिनी एकादशी के दिन पूजा-पाठ के साथ ही दान-पुण्य का महत्व भी काफी बढ़ जाता है. भगवान विष्णु को तुलसी अतिप्रिय है. इसलिए एकादशी के दिन तुलसी पूजन और तुलसी से जुड़े कुछ उपाय करना भी लाभकारी होता है.

परिवर्तिनी एकादशी की पूजा में भगवान विष्णु को तुलसी के पत्ते या तुलसी दल अवश्य अर्पित करें. इससे भगवान आपके भोग को स्वीकार करेंगे और व्रत-पूजन का लाभ मिलेगा.

एकादशी तिथि पर दान का भी महत्व होता है. इस दिन किए दान का पुण्यफल मिलता है. परिवर्तिनी एकादशी पर संध्याकाल में दीपदान जरूर करें. इससे घर पर सुख-समृद्धि का आगमन होता है और नकारात्मकता दूर होती है.

साथ ही परिवर्तिनी एकादशी पर गरीब और जरूरतमंदों को भोजन, वस्त्र या अनाज आदि का दान भी अपनी क्षमता के अनुसार जरूर करें. इससे पापों का नाश होता है और जीवन में नए मार्ग खुलते हैं.
Published at : 03 Sep 2025 06:10 AM (IST)
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