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Actress Minoo Mumtaz Life Story: फिल्मी कहानियों की तरह सितारों की जिंदगी भी अतरंगी रही है. उनकी जिंदगी के अनूठे किस्से आज भी लोगों का ध्यान खींचते हैं. क्या आप उस हीरोइन के बारे में जानते हैं, जिन्होंने एक फिल्म में अपने भाई के साथ रोमांस किया था? वे फिल्म में प्रेमी-प्रेमिका के रोल में थे. एक्ट्रेस का भाई आगे चलकर बॉलीवुड का बड़ा स्टार बना, वहीं बहन की जिंदगी के आखिरी दिन मुश्किल में बीते.
नई दिल्ली: दर्शकों ने कई फिल्मों में एक ही परिवार के कई सितारों को साथ में अभिनय करते देखा है. पर्दे पर बेटे-मां का रोल निभाने वाले सितारे असल जिंदगी में पति-पत्नी बने. लेकिन क्या आप यकीन करेंगे कि पर्दे पर सगे भाई और बहन, प्रेमी-प्रेमिका का रोल निभा चुके हैं? दरअसल, एक फिल्म में ऐसा हुआ था.

भारत में मीनू मुमताज एक बेहतरीन डांसर के रूप में मशहूर हुईं. उन्हें लोगों ने सिनेमा में कैरेक्टर रोल निभाते हुए देखा. उनके पिता मुमताज अली भी एक मशहूर एक्टर थे.

मुंबई में जन्मी और पली-बढ़ी मीनू मुमताज ने अपने पिता से डांस सीखा. उन्होंने पहले एक डांसर और फिर उन्हीं की तरह एक अभिनेत्री के रूप में अपना करियर शुरू किया.

मीनू ने अपनी पसंद से यह क्षेत्र नहीं चुना था. उनके पिता मुमताज अली अपनी शराब की लत के कारण परिवार की देख-भाल नहीं कर पा रहे थे. परिवार की जिम्मेदारी मीनू मुमताज पर आ गई. लोग उन्हें मलिकुन्निसा अली के नाम से भी जानते हैं.

मीनू अपनी खूबसूरती और डांस के लिए मशहूर हुईं. उन्हें सिनेमा में पहला मौका 1955 में मिला. मीनू जब सिर्फ 13 साल की थीं, तब उन्होंने नानूभाई की फिल्म ‘हकीम’ में अभिनय किया था. हालांकि उनकी मां नहीं चाहती थीं कि मीनू फिल्मों में अभिनय करें, लेकिन परिवार की स्थिति को देखते हुए उन्होंने फिल्मों में अभिनय जारी रखा. 14 साल की उम्र में ही उन्होंने कई हिट फिल्मों में काम किया और फैंस के बीच लोकप्रिय हो गईं.

मीनू मुमताज 1950 और 60 के दशक में फिल्मी दुनिया में सक्रिय रहीं. मीनू के चार बहनें और चार भाई थे. उनके बड़े भाई महमूद भी बॉलीवुड के एक मशहूर कॉमेडी एक्टर थे. इसी दौरान वह फिल्म ‘हावड़ा ब्रिज’ के गाने ‘कोरा रंग सुनारिया कली’ में अपने भाई महमूद की प्रेमिका के रूप में नजर आईं.

मीनू ने एक बार कहा था कि उन्होंने पैसों और पारिवारिक जिम्मेदारियों की वजह से यह भूमिका निभाई थी, लेकिन रिलीज होते ही इस गाने ने विवाद खड़ा कर दिया. लोगों ने सड़कों पर फिल्म का विरोध किया और पूछा कि भाई-बहन कैसे प्यार में पड़ सकते हैं.

विवादों के शांत होने के कुछ समय बाद ही मीनू ने एक निर्देशक से शादी कर ली, सिनेमा से संन्यास ले लिया और विदेश में बस गईं. मीनू 2003 में बीमार पड़ गईं. इसके बाद मीनू की याददाश्त अचानक चली गई. मेडिकल जांच में पता चला कि उन्हें ब्रेन ट्यूमर है. पता चला कि यह उनके दिमाग में 15 सालों से बढ़ रहा था. हालांकि मीनू ने इसका इलाज करवाया और उनकी याददाश्त वापस आ गई, लेकिन 2021 में उनका निधन हो गया.