बीना/एबीएन न्यूज। एनसीएल बीना परियोजना में गुरुवार सुबह से कोयला उत्पादन और सड़क डिस्पैच पूरी तरह ठप हो गया। परियोजना की विभिन्न ट्रेड यूनियनों ने यह कदम आवासीय क्वार्टर पर हुए अवैध कब्जे के विरोध में उठाया, जिससे परियोजना को करोड़ों रुपये का नुकसान होने का अनुमान है।
मामले की शुरुआत बी-टाइप 281 क्वार्टर से हुई, जो पहले ‘नन्हा दिल हॉस्पिटल’ के नाम पर आवंटित था। आरोप है कि 11 सितम्बर को एनसीएल कृष्णशिला परियोजना के एक कर्मचारी ने ताला तोड़कर अवैध कब्जा कर लिया।
इस घटना के बाद बीना परियोजना की एटक, बीएमएस, आरसीएसएस और एनसीपीएसएमयू ट्रेड यूनियनों ने प्रबंधन से आवास खाली कराने की मांग की। लेकिन 18 सितम्बर तक कोई कार्रवाई न होने से नाराज यूनियनों ने उत्पादन और सड़क डिस्पैच रोकने का निर्णय लिया।
डिस्पैच इंचार्ज संजीव दीक्षित ने बताया कि सड़क मार्ग से कोयला डिस्पैच और उत्पादन पूरी तरह ठप रहा, हालांकि रेणुसागर को कोयला आपूर्ति जारी रही। यूनियनों का कहना है कि जब तक अवैध कब्जा हटाया नहीं जाएगा, तब तक आंदोलन जारी रहेगा।
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