मालदीव के राष्ट्रपति मोहम्म मुइज्जू (फाइल फोटो)
– फोटो : एक्स/डॉ. मोहम्मद मुइज्जू
विस्तार
मालदीव के आर्थिक मंत्री मोहम्मद सईद ने हिंद महासागर में द्वीप राष्ट्र में विदेशी सैनिकों की मौजूदगी के खिलाफ राष्ट्रपति मुइज्जू के रुख का बचाव करते हुए कहा कि मालदीव अभी भी भारत को दोस्त ही मानता है। मालदीव के पर्यटन मंत्रालय के आंकड़ों के मुताबिक, 3 अप्रैल तक आने वाले कुल 6,20,358 पर्यटकों में से चीन 69,028 के साथ शीर्ष पर रहा, इसके बाद रूस (63,272), ब्रिटेन (61,394), इटली (58,613),जर्मनी (48,581) और भारत (35,378) का स्थान रहा है।
क्या है मामला
गौरतलब है कि पिछले नवंबर में शपथ लेने के कुछ ही घंटों के भीतर, चीन समर्थक झुकाव के लिए जाने जाने वाले मुइज्जू ने भारत से अपने 88 सैन्य कर्मियों को देश से वापस लेने के लिए कहा था। इस दौरान उन्होंने कहा कि उनकी उपस्थिति मालदीव की संप्रभुता के लिए खतरा थी। मालदीव के आर्थिक मंत्री मोहम्मद सईद से पूछा गया कि क्या माले चीन और भारत दोनों के साथ दोस्त हो सकता है, जिस पर उन्होंने जवाब दिया कि मालदीव सभी देशों का दोस्त है।
मालदीव सभी देशों का मित्र- मोहम्मद सईद
एक साक्षात्कार में मोहम्मद सईद ने कहा कि मुझे लगता है कि मालदीव सभी देशों का मित्र है। हम एक पर्यटक देश हैं और दुनिया के लिए खुले हैं। एक छुट्टियां बिताने की जगह के रूप में चीनी और भारतीय दोनों ही हमारी सराहना करते हैं। सईद ने इस बात पर भी जोर दिया कि मालदीव अभी भी भारत को दोस्त मानता है। उन्होंने कहा कि बेशक, हम दोस्त हैं। हमारे राष्ट्रपति, हमारी सरकार और लोग यहां विदेशी सैनिकों की मौजूदगी को अस्वीकार करते हैं।मुइज्जू ने कहा था 10 मई के बाद कोई भी भारतीय सैन्यकर्मी, यहां तक कि नागरिक कपड़ों में भी, उनके देश के अंदर मौजूद नहीं होगा।
राष्ट्रपति बनते ही मुइज्जू ने कही थी ये बात
पिछले साल नवंबर में राष्ट्रपति पद संभालने वाले मुइज्जू ने जनवरी में चीन का दौरा किया था और दोनों देशों ने हाल के हफ्तों में हथियारों और प्रशिक्षण की आपूर्ति सहित कई समझौतों पर हस्ताक्षर किए हैं। मालदीव जाने वाले भारतीय पर्यटकों की घटती संख्या पर टिप्पणी करते हुए सईद ने कहा कि इस मुद्दे को बढ़ा-चढ़ाकर पेश किया गया है।