संयुक्त प्रेसवार्ता में यूपी सरकार के मंत्री स्वतंत्र देव सिंह व जेपीएस राठौर।
– फोटो : amar ujala
विस्तार
उत्तर प्रदेश के जलशक्ति मंत्री स्वतंत्र देव सिंह एवं सहकारिता राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) जेपीएस राठौर ने शुक्रवार को भाजपा प्रदेश मुख्यालय पर संयुक्त प्रेसवार्ता में कांग्रेस के घोषणापत्र को झूठ का पुलिंदा करार दिया। दोनों नेताओं ने कहा कि कांग्रेस सिर्फ घोषणाएं करना जानती है। कांग्रेस ने अपने घोषणापत्र के जरिये देश को बदनाम करने का काम किया है। उसमें जिस प्रदूषित नदी की फोटो लगाई है, वह भारत की नहीं, बल्कि न्यूयॉर्क की बफेलो नदी है। जो फोटो क्लाइमेट चेंज को लेकर दी है, वो थाईलैंड की है। अभी-अभी राहुल गांधी थाईलैंड होकर आए हैं।
स्वतंत्र देव ने कहा कि कांग्रेस शासनकाल में जनता को गरीबी और बदहाली ही मिली है। कांग्रेस हमेशा देश को बदनाम करने के बारे में सोचती है। वे वोट देने वाली जनता को राक्षस कहते हैं और देश को तोड़ने की साजिश करने वालों के समर्थन में जाकर खड़े होते हैं। कांग्रेस ने जो भी घोषणाएं कीं, उन्हें अपने राज्य में भी लागू नहीं किया। कांग्रेस दिन-रात ईवीएम को गाली देती है, जबकि अपने घोषणापत्र में ईवीएम से चुनाव कराने की बात कह रही है।
खुद कांग्रेस नेताओं को अपने अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे द्वारा सरकार बनने पर महिलाओं को एक लाख रुपये की मदद की घोषणा पर भरोसा नहीं है। वहीं राहुल गांधी रोड शो में अपना झंडा भी उपयोग करने में हिचक रहे हैं, क्योंकि कांग्रेस को अपनी पार्टी पर ही विश्वास नहीं है। कांग्रेस ने 55 साल देश के साथ अन्याय किया, वो घोषणापत्र को न्यायपत्र नाम दे रहे हैं। भाजपा संकल्पपत्र लाती है, क्योंकि हम अपने संकल्प को पूरा करना जानते हैं। जनता को विश्वास है कि भाजपा का संकल्पपत्र पूरा होगा, क्योंकि इसके पीछे मोदी की गारंटी है।
इंडी गठबंधन को नहीं मिल रहे उम्मीदवार
वहीं जेपीएस राठौर ने कहा कि इंडी गठबंधन को लड़ाने के लिए उम्मीदवार नहीं मिल रहे हैं। सपा मुखिया ढूंढ-ढूंढ कर लोगों को टिकट पकड़ा रहे हैं। इंडी गठबंधन के नेताओं को हार का डर इतना ज्यादा है कि वे अपना टिकट लौटा रहे हैं। खजुराहो में भी सपा ने दो बार प्रत्याशी बदला, जिसे टिकट दिया उसने हार के डर से अपना पर्चा भी ठीक से नहीं भरा। बिजनौर, रामपुर, मुरादाबाद, मेरठ, मिश्रिख और सीतापुर में इंडी गठबंधन ने कई बार टिकट बदले। मिश्रिख में तो पहले एक ही परिवार में तीन बार टिकट बदला गया। चुनाव आयोग पर आरोप लगाने से पहले सपा मुखिया को अपने गिरेबान में झांक कर देखना चाहिए।