पूर्व पीएम नरसिम्हा राव के परिजनों ने की पीएम मोदी से मुलाकात।
– फोटो : x: @narendramodi
विस्तार
देश में इन दिनों चुनावी बयार चल रही है। विभिन्न पार्टियों के राजनेता देश के अलग-अलग हिस्सों में जनसभाएं, रैलियां और रोड़ शो करके वोटरों को अपने पाले में लामबंद करने में लगे हुए हैं। इसी क्रम में मंगलवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी हैदराबाद पहुंचे थे। इस दौरान वहां देश के पूर्व प्रधानमंत्री नरसिम्हा राव के परिजनों ने पीएम मोदी से मुलाकात की। इस दौरान उन्होंने पूर्व प्रधानमंत्री को भारत रत्न से सम्मानित करने के लिए उन्हें धन्यवाद दिया।
पूर्व पीएम राव के परिजनों के साथ हैदराबाद के राजभवन में हुई मुलाकात करीब आधे घंटे तक चली। बैठक में नरसिम्हा राव के बेटे पीवी प्रभाकर राव, बेटी और बीआरएस एमएलसी वाणी देवी, नरसिम्हा राव के दामाद केआर नंदन, एक सेवानिवृत्त आईपीएस अधिकारी, और पूर्व पीएम के पोते एनवी सुभाष भी बैठक में मौजूद रहे। बैठक के बाद खुद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बैठक के बारे में बताते हुए सोशल मीडिया पर तस्वीरें साझा की। इसके साथ ही उन्होंने लिखा कि हैदराबाद पहुंचने पर हमारे पूर्व प्रधान मंत्री पीवी नरसिम्हा राव गारू के परिवार के साथ एक उत्कृष्ट बैठक हुई। पीएम मोदी ने अपनी पोस्ट में यह भी लिखा कि पूर्व पीएम के परिजनों ने मुलाकात के दौरान नरसिम्हा राव को भारत रत्न से सम्मानित करने के लिए सरकार को धन्यवाद दिया।
प्रधानमंत्री ने बैठक को लेकर कहा कि हमारी बातचीत व्यापक थी और हमने कई विषयों पर बात की। परिवार के सदस्यों ने हाल के वर्षों में भारत की प्रगति पर खुशी व्यक्त की। हमने भारतीय संस्कृति और परंपराओं की समृद्धि के बारे में भी बात की। इस दौरान पूर्व पीएम के पोते एनवी सुभाष ने कहा कि देश के सर्वोच्च नागरिक पुरस्कार से सम्मानित करने के लिए वह सरकार को धन्यवाद देते हैं। सुभाष ने इस दौरान कहा कि यह हम सभी के लिए बहुत अच्छा एहसास था क्योंकि हमें लगा कि हम अपने परिवार के सदस्य के साथ बातचीत कर रहे हैं।”
गौरतलब है कि नरसिम्हा राव लगातार आठ बार चुनाव जीते और कांग्रेस पार्टी में 50 साल से ज्यादा समय गुजारने के बाद भारत के प्रधानमंत्री बने। राव को भारत की राजनीति का चाणक्य कहा जाता है। वे भारत में आर्थिक उदारीकरण के जनक माने जाते हैं। वो आठ बच्चों के पिता थे, 10 भाषाओं में बात कर सकते थे और अनुवाद के भी उस्ताद थे। नरसिम्हा राव 20 जून, 1991 से 16 मई, 1996 तक देश के प्रधानमंत्री रहे।