दिल्ली में गर्मी का कहर
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मई के पहले पखवाड़े में अमूमन तापमान 40 डिग्री सेल्सियस से कम रहता है। इस दौरान पश्चिम विक्षोभ सक्रिय होने लगते हैं, लेकिन इस बार पहले सप्ताह में ही अधिकतम तापमान 40 डिग्री सेल्सियस के पार जा चुका है। मौसम के हालात बदलने की वजह से पश्चिम विक्षोभ सक्रिय नहीं हो पा रहे हैं। ऐसे में बारिश के बादलों ने दिल्ली-एनसीआर से दूरी बना रखी है। इससे रोजाना पारा नई ऊंचाइयों को छू रहा है।
बीते सात मई के दिन दिल्ली का अधिकतम तापमान 42 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया जो इस सीजन का सबसे गर्म दिन रहा, जबकि छह मई को 41.1 व पांच मई को 40.3 डिग्री दर्ज किया। मौसम विभाग के आंकड़ों के मुताबिक, 1991 से लेकर 2020 में 6 मई से 10 मई के बीच औसत अधिकतम तापमान 39.3 दर्ज किया गया था। ऐसे में अधिकतम तापमान में दो से तीन डिग्री सेल्सियस की बढ़ोतरी देखी जा रही है। वहीं, न्यूनतम तापमान में भी इजाफा हो रहा है। मौसम विशेषज्ञों के अनुसार, अप्रैल में सक्रिय पश्चिमी विक्षोभ को देखकर लग रहा था कि मई भी ठीकठाक बीत जाएगा, लेकिन मई का पहला सप्ताह बीतने के बाद मौसम ने तमाम कयासों दरकिनार करते हुए अपने तेवर दिखाने शुरू कर दिए हैं। यही कारण है कि पिछले कई दिनों से पश्चिमी विक्षोभ निष्क्रिय होने से तापमान में लगातार इजाफा हो रहा है। विशेषज्ञों की राय है कि अमूमन मई के पहले सप्ताह में दो से तीन पश्चिमी विक्षोभ सक्रिय होते थे। इससे बूंदाबांदी से तापमान नीचे आता था।
इस वर्ष मई में नहीं हुई बारिश
अब तक मई में एक भी दिन बारिश दर्ज नहीं की गई, जबकि 2023 में पहले पखवाड़े में चार दिन, 2022 में दो, 2021 में तीन, 2020 में दो, 2019 में दो, 2018 में 4 दिन बारिश दर्ज की गई थी। ऐसे में झुलसाने वाली गर्मी परेशान कर रही है। मौसम विभाग का अनुमान है कि शुक्रवार, शनिवार व रविवार को पश्चिमी विक्षोभ सक्रिय होने के आसार हैं। इससे बूंदाबांदी या हल्की बारिश होने की संभावना है और तापमान में गिरावट दर्ज की जा सकती है, लेकिन ऐसे में लोगों को गर्मी से राहत मिलने की उम्मीद नहीं है।
अधिकतम तापमान 38.2 दर्ज, आज आंधी के आसार
बुधवार को अधिकतम तापमान 38.2 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया। सुबह धूप खिली रही। दोपहर में चिलचिलाती गर्मी और लू ने लोगो को झुलसाया। शाम को भी गर्मी से राहत नहीं मिली। इस दौरान अधिकतम तापमान 38.2 डिग्री सेल्सियस रहा जो सामान्य से एक डिग्री कम रहा। वहीं, न्यूनतम तापमान सामान्य से दो डिग्री अधिक 27.5 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया। मौसम विभाग के मुताबिक नरेला इलाका सर्वाधिक गर्म रहा। यहां अधिकतम 39.8 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया। नजफगढ़ में 39, जाफरपुर व पीतमपुरा में 38.2, आया नगर में 37.6 डिग्री सेल्सियस अधिकतम तापमान रहा। इधर, बृहस्पतिवार को धूल भरी आंधी चलने के आसार हैं। हालांकि, सूरज अपने तेवर दिखाएगा, इससे गर्मी से राहत नहीं मिलेगी। इस दौरान अधिकतम तापमान 39 डिग्री सेल्सियस के पार पहुंचने का अनुमान है। वहीं, न्यूनतम तापमान में भी बढ़ोतरी होने के साथ 26 डिग्री सेल्सियस रहने की आशंका है।
इस समय तक पश्चिम विक्षोभ सक्रिय होने चाहिए थे, लेकिन इनके सक्रिय न होने से बारिश नहीं हो रही है। वहीं, पहाड़ों पर कम बारिश दर्ज की जा रही है। इससे दिल्ली पहुंचने वाली हवाएं ठंड नहीं ला पा रही हैं। 15 मई तक तापमान 39 से 40 डिग्री सेल्सियस रहता है। मई के अंत तक तापमान 46 डिग्री सेल्सियस से अधिक जा सकता है। बीते वर्ष के मुकाबले एक से दो डिग्री सेल्सियस अधिक होना सामान्य स्थिति है।
– डॉ. कुलदीप श्रीवास्तव, उपमहानिदेशक, मौसम विभाग
तेज हवा चलने से आई अधिकतम तापमान में मामूली गिरवाट
बुधवार को तापमान में मामूली कमी आने की वजह पहाड़ों पर हो रही बारिश और तेज हवाएं हैं। तेज हवाओं के चलते हवा में नमी बढ़ी है। वहीं, हवाएं दक्षिण-पूर्व से उत्तर-पूर्व की दिशा से हवाएं 10 से 25 किलोमीटर प्रतिघंटे की गति से चली हैं। वहीं, दोपहर में बादल और सूरज के बीच लुका-छिपी का खेल भी चला। इससे आसमान में हल्के बादल छाए नजर आए। जिससे अधिकतम तापमान में कमी दर्ज की गई। लेकिन, न्यूनतम तापमान सामान्य से अधिक रहा।