पोलिंग बूथ पर लगी मतदाताओं की कतार
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शाहजहांपुर में मतदान प्रतिशत बढ़ाने के लिए चुनाव आयोग की सारी कवायद सोमवार को धड़ाम हो गई। पिछले लोकसभा चुनाव में 55.85 प्रतिशत मतदान हुआ था, लेकिन इस बार 53.56 प्रतिशत पर ही ठिठक गया। सबसे खराब प्रदर्शन शहर के मतदाताओं का रहा है।
लोकसभा चुनाव में मतदान प्रतिशत बढ़ाने के लिए प्रशासन महीनों से तैयारी कर रहा था। पहले कॉलेजों में अभियान चलाकर युवा वोटर बढ़ाए गए। फिर नुक्कड़ नाटक, जागरूकता कार्यक्रमों के माध्यम से लोगों को अधिक से अधिक मतदान के लिए प्रेरित किया। पोलिंग बूथों पर भी हर तरह के इंतजाम का दावा किया गया था। मतदान से पहले व्यापारियों, स्वयंसेवी संगठनों और विभिन्न संस्थाओं ने भी जागरूकता कार्यक्रम चलाए थे। जगह-जगह मतदान करने की शपथ भी दिलाई गई थी।
इसके बावजूद जब शाम को मतदान का आंकड़ा आया तो सारी कवायद पर पानी फिर गया। शहरी मतदाता सबसे पीछे रहे जबकि प्रशासन के अधिकतर कार्यक्रम शहर में ही आयोजित किए गए थे। इस बार पिछले आंकड़े से 2.29 प्रतिशत कम मतदान हुआ है। राजनीतिक जानकारों का कहना है कि मतदान प्रतिशत के घटने से हार-जीत का अंतर भी प्रभावित होगा। शहर के साथ ही कटरा, जलालाबाद, तिलहर, ददरौल, पुवायां विधानसभा क्षेत्रों में भी कम मतदान हुआ है।