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मकान बेचने का झांसा देकर सिपाही और उसकी पत्नी ने एक महिला से 4.10 लाख रुपये हड़प लिए। बाद में न तो मकान का वारिसान प्रमाणपत्र बनवाया और न कोई टैक्स जमा किया। मामले में डीआईजी के निर्देश पर सिपाही और उसकी पत्नी के खिलाफ अमानत में खयानत की रिपोर्ट दर्ज की गई है।
मुरादाबाद जनपद के कटघर थानाक्षेत्र के डबल फाटक दर्शन सराय गली में यशपाल सैनी का परिवार रहता है। उनकी पत्नी संध्या सैनी का आरोप है कि उन्होंने मझोला थानाक्षेत्र के नाला सम्राट अशोक नगर निवासी योगेंद्र पाल से एक मकान का सौदा 35.60 लाख रुपये में तय किया था।
ये मकान भोगपुर मिठोनी उर्फ सिरकुई भूड़ में है। योगेंद्र पाल यूपी पुलिस में सिपाही हैं और उनकी तैनाती अमरोहा जनपद में चल रही है। आरोप है कि यह मकान सिपाही योगेंद्र पाल की पहली पत्नी मधुबाला के नाम पर है। जिसकी मौत 19 अक्तूबर 2019 को हो गई थी।
जिसके बाद योगेंद्र पाल ने ज्योति सिंह से दूसरी शादी कर ली थी। लेकिन सिपाही योगेंद्र पाल ने मकान का सौदा तय करते समय बैंक लोन, हाउस टैक्स, वॉटर टैक्स, बिजली का भुगतान और वारिसान प्रमाणपत्र बनाने के लिए पांच महीने का समय मांगा था।
जिसका इकरारनामा 10 मार्च 2023 को हुआ था। आरोप है कि योगेंद्र पाल और उसकी पत्नी ज्योति सिंह ने झांसे में लेकर 7.10 लाख ले लिए। लेकिन बाद में न तो वारिसयान प्रमाणपत्र बनवाया और न ही मकान के कर का भुगतान किया। रुपये भी वापस नहीं दिए।
इतना ही नहीं सिपाही योगेंद्र पाल ने फोन उठाना बंद कर दिया। इसके बाद पीड़िता संध्या सैनी ने 8 सितंबर 2023 को शिकायतीपत्र देकर कार्रवाई की मांग की। जिसमें रुपये वापस करने का वादा करते हुए समझौता कर लिया था।
इस दौरान सिपाही ने रुपये वापस करने का लिखित में समझौता किया था। इसके बाद 10 अक्तूबर 2023 को तीन लाख रुपये वापस दे दिए। लेकिन चार लाख 10 हजार रुपये वापस नहीं दे रहे हैं। आरोप है कि धोखा देकर उन लोगों ने रुपये हड़पे हैं।
पुलिस के मुताबिक मामले में डीआईजी के निर्देश पर सिपाही योगेंद्र पाल सिंह और उसकी पत्नी ज्योति के खिलाफ अमानत में खयानत की रिपोर्ट दर्ज की गई है। मामले की जांच की जा रही है, इसके बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी।