श्री काशी विश्वनाथ मंदिर के पूर्व महंत डॉ. कुलपति तिवारी (फाइल फोटो)
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श्री काशी विश्वनाथ मंदिर के पूर्व महंत डॉ. कुलपति तिवारी (70) के सीने में बुधवार को तेज दर्द हुआ। घबराहट होने लगी। इसके बाद परिजनों ने उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया, जहां इलाज के दौरान उनका निधन हो गया। इसकी सूचना से परिजनों के साथ ही शहर के लोगों में शोक की लहर दौड़ गई। उनकी अंतिम यात्रा रात आठ बजे टेढ़ीनीम स्थित महंत आवास से मणिकर्णिका घाट के लिए निकली। अंतिम यात्रा में मठ-मंदिरों के महंत, सेवईत और पुजारी शामिल हुए। इकलौते बेटे पं. वाचस्पति तिवारी ने उन्हें मुखाग्नि दी।
श्री काशी विश्वनाथ मंदिर के पूर्व महंत डॉ. कुलपति तिवारी 31 वर्षों से काशी विश्वनाथ मंदिर की परंपराओं का निर्वहन कर रहे थे। सावन मास की पूर्णिमा तिथि पर काशी विश्वनाथ का झूलनोत्सव, दीपोत्सव, अन्नकूट कराते थे। बसंत पंचमी पर बाबा विश्वनाथ का तिलकोत्सव, महाशिवरात्रि पर विवाहोत्सव और अमला एकादशी पर बाबा के गवना के उत्सव रंगभरी पर काशी विश्वनाथ मंदिर में निभाई जाने वाली परंपराओं का निर्वहन अनवरत कर रहे थे।