डॉ गिरिजा शंकर शर्मा, डॉक्टर विश्वजीत सिंह, डॉक्टर मधुसूदन अग्रवाल
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फास्ट फूड, कोल्डड्रिंक्स और एल्कोहल से मूत्राशय में मूत्र धारण करने की क्षमता घट रही है। इससे बार-बार पेशाब आना, जलन, दर्द की दिक्कत हो रही है। पेशाब लीक होने का भी खतरा है। डॉक्टर इसे ओवर एक्टिव ब्लैडर (अति सक्रिय मूत्राशय) बीमारी कहते हैं। इससे पीड़ित करीब 20 फीसदी युवा हैं।
आगरा के एसएन मेडिकल कॉलेज में नार्थ जोन यूरोलॉजी सोसाइटी ऑफ इंडिया की दो दिवसीय कार्यशाला में विशेषज्ञों ने इस पर चिंता जताई। उद्घाटन प्राचार्य डॉ. प्रशांत गुप्ता ने किया। सचिव डॉ. ऋषि नैय्यर ने कहा कि सामान्य रूप से 400 मिली मूत्र जमा होने पर पेशाब त्यागते हैं।