24 साल बाद कारगिल शहीद परिवार को मिला प्लॉट
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1999 में हुए कारगिल युद्ध में मश्कोह घाटी (कश्मीर) में पाकिस्तानी सेना के दांत खट्टे करते हुए पोस्ट पर कब्जा करने वाले गांव मोहना के शहीद फौजी वीरेंद्र सिंह अत्री, कई दुश्मनों को मौत के घाट उतारते हुए वीरगति को प्राप्त हुए थे। 24 वर्ष बाद सरकार से उनकी मां लीला देवी को मिले प्लॉट पर निर्माण कराना उनकी मां के लिए परेशानी का सबब बन गया है। शहीद की मां के कराए निर्माण को ग्रामीण दबंगों ने रातों-रात ढहा दिया। 24 वर्षों से प्लॉट मिलने की सरकारी प्रक्रिया में उनके पूरे परिवार को लोहे के चने चबाने से कम नहीं था। अब प्लॉट पर निर्माण करने के लिए दबंगों से भी जूझना पड़ रहा है।