सिकंदराराऊ हादसे में मारे गए लोगों के परिजनों से शुक्रवार सुबह-सुबह जब कांग्रेस नेता राहुल गांधी मिलने पहुंचे तो वह बिफर पड़े। राहुल ने जब उनसे अपनेपन में बातचीत शुरू की तो छोटेलाल की बेटी व मां (दादी-नातिन) उनसे लिपटकर खूद रोईं। उन्हें अपना दुख बयां किया। बिलख-बिलख कर बताया कि कैसे उनके परिवारों पर दुखों का पहाड़ टूट पड़ा है। उनके दुख दर्द को समझते हुए राहुल ने भी उन्हें भरपूर मदद व पूरा साथ देने का भरोसा दिलाया।
राहुल गांधी सुबह 7:25 बजे कस्बा पिलखना पहुंचे। इस दौरान वे सीधे छोटेलाल के घर गए। इस हादसे में छोटेलाल की पत्नी मंजू देवी, इकलौते बेटे पंकज की मौत हुई है। इसी हादसे में पड़ोसी शांति देवी व प्रेमवती की भी मौत हुई है।
उनके परिजन भी छोटेलाल के घर पर मौजूद थे। इस दौरान घर के एक एक सदस्य से बातचीत करते हुए घटनाक्रम पर जानकारी की। चूंकि खुद छोटेलाल हादसे में जख्मी हुए हैं तो उन्होंने बतौर चश्मदीद पूरा वाकया बताया।
इस दौरान छोटेलाल की मां व बेटी बात करते करते खुद को रोक न सकीं और वे राहुल से लिपटकर रोईं। किसी तरह राहुल व उनके साथ आए नेताओं ने इन लोगों को संभाला। यहां मुलाकात के बाद 8:05 बजे राहुल गांधी हाथरस रवाना हो गए।
ऐसा लगा, मानो जैसे कोई अपना आ गया हो
राहुल गांधी के जाने के बाद जब मीडिया ने उनसे पूछा कि क्या बातचीत हुई। इस पर परिवार की ओर से यही बताया गया कि उन्होंने घटनाक्रम जाना है। साथ में समस्या व शिकायतों पर बात की है। इस दौरान उनकी बेटी व मां ने इतना जरूर कहा कि राहुल ने जिस अपनेपन से बात की।