वियना में प्रवासी भारतीय समुदाय को संबोधित करते पीएम मोदी।
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प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का बुधवार को ऑस्ट्रिया की राजधानी वियना में ऑर्केस्ट्रा की धुन के साथ स्वागत किया गया। ऑर्केस्ट्रा कलाकारों की मेजबानी भारतीय मूल के विजय विजय उपाध्याय ने किया। जिनका जन्म लखनऊ में हुआ था। पीएम मोदी ने चांसलर कार्ल नेहमर के निमंत्रण पर ऑस्ट्रिया की दो दिवसीय यत्रा की। यह 41 वर्षों के बाद किसी भारतीय प्रधानमंत्री का पहला ऑस्ट्रिया दौरा है।
ऑस्ट्रिया को अपनी स्थापत्य विरासत के लिए जाना जाता है। यह वोल्फगैंग एमड्यूज मोजार्ट जैसे दिग्गज संगीतकारों की भूमि है और वियना इसके सांस्कृतिक दिल की धड़कन है। प्रधानमंत्री मोदी ने अपने ऑस्ट्रिया दौरे को ऐतिहासिक और विशेष बताया। वियना विश्वविद्यालय फिलहारमोनिक की एक टीम ऑर्केस्ट्रा के संगीत से प्रधानमंत्री को मंत्रमुग्ध किया। उन्होंने भारत के राष्ट्रीय गीत ‘वंदे मातरम’ की धुन भी बजाई, जिस पर प्रधानमंत्री वहीं ठहरकर खड़े हो गए। जिसके बाद उन्होंने कलाकारों की प्रस्तुति को ‘उत्कृष्ट’ बताया।
‘जीवंत संगीत संस्कृति के लिए जाना जाता है ऑस्ट्रिया’
पीएम मोदी ने एक्स पर इस प्रस्तुति का एक वीडियो भी साझा किया और लिखा, ऑस्ट्रिया अपनी जीवंत संगीत संस्कृति के लिए जाना जाता है। वंदे मातरम की इस अद्भुत प्रस्तुति की बदौलत मुझे इसकी एक झलक देखने को मिली।
Austria is known for its vibrant musical culture. I got a glimpse of it thanks to this amazing rendition of Vande Mataram! pic.twitter.com/XMjmQhA06R
— Narendra Modi (@narendramodi) July 10, 2024
रिकी केज ने पीएम के पोस्ट के जवाब में टिप्पणी की
वियना विश्वविद्यालय फिलहारमोनिक की वेबसाइट के मुताबिक, इसमें 800 से ज्यादा संगीतकार और गायक हैं, जो इसे दुनियाभर में सबसे बड़े संगीत समुदायों में एक बनाते हैं। ग्रैमी पुरस्कार विजेता संगीतकार रिकी केज ने सोशल मीडिया पर पीएम मोदी की पोस्ट के जवाब में टिप्पणी की, इसके संचालक विजय उपाध्याय एक भारतीय हैं, जो हम सभी को गौरवान्वित करते हैं। जो मूल रूप से लखनऊ के रहने वाले हैं। वह प्रतिष्ठित वियना विश्वविद्यालय फिलहारमोनिक के निदेशक हैं और उन्होंने इंडिया नेशनल यूथ ऑर्केस्ट्रा की स्थापना की है।
ऑस्ट्रिया के चांसलर से की मुलाकात
प्रधानमंत्री रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन से मुलाकात के बाद मंगलवार रात मॉस्को से वियना पहुंचे। उन्होंने ऑस्ट्रिया के चांसलर नेहमर के साथ बातचीत की और यूरोप के साथ-साथ पश्चिम एशिया के हाल के घटनाक्रमों पर विचारों का आदान-प्रदान किया। दोनों नेताओं ने अंतरराष्ट्रीय और क्षेत्रीय शांति और समृद्धि में योगदान देने के लिए मिलकार काम करने के महत्व पर जोर दिया।
भारतीय समुदाय के लोगों ने क्या कहा
प्रवासी भारतीय समुदाय की एक महिला ने कहा, पीएम मोदी का भाषण अद्भुत था। यह एक मंत्रमुग्ध कर देने वाला अनुभव था। एक अन्य व्यक्ति ने कहा, हम सभी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मिलकर बहुत खुश हैं। एक सामुदायिक कार्यक्रम में पीएम मोदी के संबोधन के बाद प्रवासी भारतीय समुदाय के सदस्यों ‘वंदे मांतरम’ और ‘भारत माता की जय’ के नारे भी लगाए।
एक अन्य प्रवासी भारतीय पीयूष अग्रवाल कहते हैं, पीएम मोदी का भाषण अद्वितीय था। हमने इसका आनंद लिया। प्रवासी भारतीयों को कभी भी ऐसी प्रेरणा नहीं मिली, जो आज हमें पीएम मोदी के यहां आने के बाद मिली। एक अन्य प्रवासी भारतीय शंकर रेड्डी ने कहा, पूरा भारतीय समुदाय और प्रवासी प्रधानमंत्री का स्वागत करने के लिए उत्साहित थे। मैं बहुत खुश हूं। मोनिका गुप्ता कहती हैं, पीएम मोदी का भाषण अद्भुत था। हम उनका इंतजार कर रहे थे। उनके आने के बाद हॉल में एक सकारात्मक उर्जा दिखी। हमें बहुत मजा आया।
विदेश मंत्रालय ने कही ये बात
विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जायसवाल ने एक्स पर लिखा, प्रधानमंत्री मोदी ने आज वियना में भारतीय समुदाय के सदस्यों के साथ बातचीत की। समुदाय ने बहुत खुशी और उत्साह के साथ पीएम का स्वागत किया। प्रधानमंत्री ने बीते दस वर्षों में देश द्वारा हासिल की गई प्रगति पर प्रकाश डाला और भविष्य के लिए अपने दृष्टिकोण को साझा किया। उन्होंने भारत विश्वबंधु होने और वैश्विक प्रगति व कल्याण में योगदान देने पर भी जोर दिया। उन्होंने भारत-ऑस्ट्रिया की साझेदारी को मजबूत करने में भूमिका निभाने के लिए भारतीय समुदाय का आभार जताया।