लखनऊ। सिटी मोन्टेसरी स्कूल, महानगर कैम्पस की कक्षा-11 की छात्रा आरना चोपड़ा ने अपने मेधात्व एवं असाधारण वैज्ञानिक प्रतिभा की बदौलत जेनेवा, स्विटजरलैण्ड स्थित विश्व की सबसे बड़ी परमाणु प्रयोगशाला ‘यूरोपियन आर्गनाइजेशन फॉर न्यूक्लियर रिसर्च (सर्न)’ में इन्टर्नशिप पूरी करके विश्व पटल पर लखनऊ का गौरव बढ़ाया है। इस अत्यन्त प्रतिष्ठित वैज्ञानिक अनुसंधान केन्द्र में ‘सर्न-साल्वे इन्टर्नशिप’ हेतु पूरे विश्व से मात्र 30 उभरते हुए वैज्ञानिकों को चयनित किया गया, जिनमें सी.एम.एस. की आरना चोपड़ा भी शामिल थी। खास बात यह है कि सी.एम.एस. की यह मेधावी छात्रा इस इन्टर्नशिप हेतु भारत से चयनित एकमात्र छात्रा थी। इस इन्टर्नशिप हेतु आरना को सर्न द्वारा सौ प्रतिशत स्कॉलरशिप प्रदान की गई, जिसमें यात्रा एवं आवास समेत सभी खर्च शामिल थे। इस प्रकार, आरना ने अपने मेधात्व एवं असाधारण वैज्ञानिक प्रतिभा की बदौलत सी.एम.एस. से सर्न तक का अद्वितीय सफर तक कर विद्यालय की अनेकानेक ऐतिहासिक उपलब्धियों में एक नया आयाम जोड़ दिया है। आरना ने इस अभूतपूर्व उपलब्धि का सम्पूर्ण श्रेय सी.एम.एस. के अपने शिक्षकों को दिया है।
एक अनौपचारिक वार्ता में सर्न प्रयोगशाला के शैक्षिक अनुभवों को साझा करते हुए आरना ने कहा कि सर्न प्रयोगशाला को देखकर ऐसा लगता है कि जैसे हम किसी काल्पनिक दुनिया में आ गये हैं, जहाँ वैज्ञानिक अनुसंधान की सारी सुविधाएं उपलब्ध हैं। आरना ने बताया कि उसने अपनी 15 दिवसीय इंटर्नशिप मेडिकल एप्लीकेशन में पूरी की है जिसके अन्तर्गत कैन्सर के निदान में इलेक्ट्रान बीम की उपयोगिता पर शोध किया। आगे बोलते हुए आरना ने कहा कि इंटर्नशिप के दौरान मुझे दुनिया के अग्रणी वैज्ञानिकों एवं शोधकर्ताओं से काफी कुछ सीखने का मिला, जिसकी अविस्मरणीय यादें सदैव मुझे प्रेरित करती हैं। आरना आगे चलकर स्वास्थ्य सेवा के माध्यम से जनमानस की सेवा करना चाहती है। आरना के पिताजी श्री गौरव चोपड़ा देहरादून में डाक्टर हैं जबकि माताजी गृहणी हैं।
सी.एम.एस. प्रबन्धक प्रो. गीता गाँधी किंगडन ने सी.एम.एस. छात्रा की इस अभूतपूर्व उपलब्धि पर हार्दिक प्रसन्नता व्यक्त करते हुए उनके अत्यन्त उज्जवल भविष्य की कामना की। प्रो. किंगडन ने कहा कि आरना की यह उपलब्धि वैश्विक स्तर पर सी.एम.एस. छात्रों की प्रतिभा व क्षमता को रेखांकित करती है तथापि विद्यालय के अन्य छात्र भी इस उपलब्धि से प्रेरणा लेंगे। इस अवसर पर प्रो. किंगडन ने सी.एम.एस. शिक्षकों का भी हार्दिक आभार व्यक्त किया।
सी.एम.एस. के जन-सम्पर्क अधिकारी श्री ऋषि खन्ना ने बताया कि सी.एम.एस. छात्रा की इस अभूतपूर्व उपलब्धि पर सी.एम.एस. परिवार गौरवान्वित है। वैज्ञानिक युग के महत्व को स्वीकारते हुए सी.एम.एस. अपने छात्रों में वैज्ञानिक एवं वैश्विक दृष्टिकोण के विकास का भरपूर प्रयास कर रहा है, साथ ही छात्रों को उनकी अर्न्तनिहित प्रतिभा व रुचि के आधार पर उच्च सफलता हेतु प्रेरित करता है और हर संभव मार्गदर्शन उपलब्ध कराता है। यही कारण है कि बहुमुखी प्रतिभा से लबालब सी.एम.एस. छात्र दिन-प्रतिदिन राष्ट्रीय व अन्तर्राष्ट्रीय स्तर पर सी.एम.एस. का गौरव बढ़ा रहे हैं।