नई दिल्ली. बॉलीवुड एक्टर रितेश देशमुख (Riteish Deshmukh) 20 साल से फिल्म इंडस्ट्री पर राज कर रहे हैं. वह दर्शकों के बीच अपनी अपनी कॉमिक टाइमिंग और मनोरंजक सिनेमा के लिए जाने जाते हैं. हाल ही में जब उन्होंने ‘वेड’ के साथ बतौर निर्देशक डेब्यू किया तो उन्हें खूब तारीफें मिलीं, इसके अलावा लोगों ने उन्हें और जेनेलिया देशमुख को कई सालों बाद स्क्रीन पर देखना पसंद किया. हालांकि, उन्हें काफी आलोचनाओं का भी सामना करना पड़ा था. अब लंबे वक्त के बाद उन्होंने उन आलोचनाओं के बारे में बात की.
ईटाइम्स से बातचीत के दौरान रितेश ने एक मजेदार किस्सा शेयर किया. जब उनसे सबसे बेकार सलाह या आलोचना के बारे में पूछा गया, तो एक्टर ने कहा, ‘रितेश फिल्म में लकड़ी की बेंच की तरह लकड़ी के हैं.’ उन्होंने आगे कहा, “मैंने ‘नाच’ नाम की एक फिल्म की थी. उस फिल्म के आखिरी सीन के लिए उस क्रिटिक ने लिखा था, ‘रितेश देशमुख टिमटिमाती ट्यूबलाइट की तरह इरिटेटिंग हैं.’
रितेश ने किया डायरेक्टर राम गोपाल वर्मा को फोन
रितेश को यह बात समझ में नहीं आई, इसलिए उन्होंने अपने डायरेक्टर राम गोपाल वर्मा को फोन किया. रितेश ने आरजीवी की नकल करते हुए कहा, ‘मुझे याद है कि मैंने रामू को फोन किया और उन्होंने कहा, ‘रितेश, क्या आपने समीक्षा पढ़ी? क्रिटिक ने कहा कि आप उन्हें टिमटिमाती ट्यूबलाइट की तरह इरिटेट कर रहे थे. आप जानते हैं इसका क्या मतलब है? मैंने क्रिटिक से बात की और उन्होंने कहा, हर बार जब आप कुछ कहते थे, तो आप पलकें झपकाते थे, इसलिए यह उन्हें इरिटेट कर रहा था.
पलक झपकाने की वजह से हुए थे ट्रोल
रितेश देशमुख ने उनसे कहा, पलक झपकाना कोई बुरी बात है, लेकिन इसने मुझे सिखाया. जब भी मैं अभिनय करता हूं, मैं कोशिश करता हूं कि पलक न झपकाऊं क्योंकि इमोशनल सीन में अभिनय करते समय पलक झपकाना दर्शकों को अलग-थलग कर देता है. हर आलोचना आपको कुछ न कुछ सिखाती है, चाहे आप कितने भी नाराज क्यों न हों. जब तक लोग व्यक्तिगत नहीं होते, लोग मेरी जितनी चाहें उतनी आलोचना कर सकते हैं क्योंकि मैं इससे सीखूंगा.
बता दें कि ‘नाच’ में रितेश के साथ अभिषेक बच्चन और अंतरा माली ने भी काम किया था. यह फिल्म साल 2004 में रिलीज हुई थी. फिल्म भले ही बॉक्स ऑफिस पर असफल रही लेकिन फिल्म में रितेश की एक्टिंग को हर किसी ने काफी पसंद किया था.
FIRST PUBLISHED : July 22, 2024, 15:46 IST