टैटू
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टैटू बनवाने में लापरवाही से युवा हेपेटाइटिस बी-सी की चपेट में आ रहे हैं। संक्रमित सुई के इस्तेमाल से बीमारी लग गई। एसएन मेडिकल कॉलेज में राष्ट्रीय वायरल हेपेटाइटिस नियंत्रण कार्यक्रम (एनवीएचसीपी) में जांच करने पर मर्ज की पुष्टि हो रही है। इनका उपचार भी हो रहा है।
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उत्तर प्रदेश के आगरा में एनवीएचसीपी के नोडल अधिकारी डॉ. सूर्यकमल वर्मा ने बताया कि जनवरी 2023 से जून 2024 तक 26526 लोगों की जांच में 1636 मरीजों में हेपेटाइटिस बी की पुष्टि हुई। 24237 नमूनों की जांच में हेपेटाइटिस सी के 934 मरीज मिले। इनमें 40 फीसदी में बीमारी की वजह असुरक्षित यौन संबंध रही। संक्रमित सुई से 16 फीसदी को बीमारी लगी। इसमें टैटू बनवाने, नशे के इंजेक्शन लगवाने वाले मरीज रहे।