आठ दिन में एक करोड़ 83 लाख 40 हजार कांवड़िए गंगाजल लेकर अपने गंतव्यों की ओर जा चुके हैं। अलग-अलग जगहों से गंगा में डूबते हुए 47 यात्रियों को जल पुलिस, एसडीआरएफ की टीमों ने बचाया है। एक लापता हुआ है।
इस बार शिवरात्रि दो अगस्त को है। शिवरात्रि पर्व पर गंगाजल से भगवान शिव का जलाभिषेक किया जाएगा। दूर दराज क्षेत्रों से आने वाले अधिकांश कांवड़ यात्री अपने गंतव्यों के नजदीक पहुंच चुके हैं। डाक कावड़ आने से रुड़की बाईपास पर भी पैदल कांवड़ यात्रियों की संख्या कम होने लगी है। डाक कांवड़ के लिए पुलिस प्रशासन ने अलग से प्लान तैयार किया है ताकि आमजन को कोई असुविधा न हो।
डाक कांवड़ के वाहनों की गति पर नियंत्रण के लिए पुलिस की ओर से योजना बनाई गई। एसपी देहात एसके सिंह ने बताया कि डाक कांवड़ को लेकर खास तैयारियां की गईं ताकि किसी प्रकार की कोई परेशानी न हो। डाक कांवड़ के कारण कोई दुर्घटना न हो। इसके लिए सभी चौक और तिराहों पर पुलिस बल तैनात किया गया है।
कांवड़ पटरी पर यात्रियों की संख्या कम हो गई है। डाक कांवड़ को देखते हुए पटरी पर तैनात फोर्स को अब हाईवे की व्यवस्था संभालने के लगाया जा रहा है।