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उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी अपराध नियंत्रण के लिए भले ही पुलिस को कितनी भी स्वतंत्रता दे रहे हों, लेकिन यह उल्टे पीड़ितों के लिए ही दुखदायी साबित हो रही है। कोकिलावन में ऐसा ही एक मामला सामने आया है। जहां जेबकतरों का शिकार हुआ हरियाणा के सरकारी कर्मचारी को पुलिस ने सिर्फ इसलिए घंटों बिठाए रखा कि वह पुलिस के मुताबिक तहरीर नहीं लिख रहा था। परेशान श्रद्धालु ने जब गुमशुदगी की तहरीर दी तब जाकर मामला दर्ज हुआ।
हुआ यूं कि हरियाणा के रेवाडी जनपद के गांव खोरी निवासी उम्मेद सिंह साथियों के साथ कोकिलावन के शनिदेव धाम में दर्शनों के लिए आए थे। शनिवार सुबह 11 बजे शनिदेव के दर्शन करते समय महिला जेबकट ने जेब में रखा पर्स उड़ा लिया, जिसमें उसके ताम सरकारी दस्तावेज एवं 10 हजार रुपये रखे थे। घटना के बाद वे सीधे कोकिलावन चौकी रिपोर्ट दर्ज कराने पहुंचे।
बकौल पीड़ित, पुलिस को जब उन्होंने तहरीर दी तो जेब कटी की घटना देखकर पुलिस का माथा ठनक गया। उन्होंने पहले तो घंटों को उन्हें बिठाए रखा। पीड़ित ने सरकारी मुलाजिम बताते हुए मदद की गुहार लगाई तो चौकी प्रभारी ने तहरीर बदलने को कह दिया। प्रभारी निरीक्षक ने मामले की जानकारी होने से इन्कार करते हुए कहा कि तहरीर के अनुसार ही कार्रवाई हुई है।