यूके के प्रधानमंत्री कीर स्टार्मर
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ब्रिटेन में प्रवासी नागरिकों के विरोध में हिंसक झड़पें थम नहीं रहीं हैं। पुलिस ने 150 से अधिक लोगों को गिरफ्तार किया है। वहीं लगातार हो रही हिंसा को लेकर यूके के प्रधानमंत्री कीर स्टार्मर ने कहा कि उन्हें दंगों में भाग लेने पर पछतावा होगा। हम सख्त कार्रवाई करेंगे।
बीते एक सप्ताह से ब्रिटेन में हिंसा जारी है। यह हिंसा एक कार्यक्रम के दौरान हुए हमले में तीन बच्चियों की हत्या के विरोध में भड़की और इस दौरान बड़ी संख्या में प्रदर्शनकारी, पुलिस से भिड़ गए। कार्यक्रम में मौजूद बच्चों और किशोरों पर एक 17 साल के युवक ने चाकू से हमला कर दिया था। इस हमले में तीन बच्चियों की मौत हो गई थी और पांच अन्य बच्चे घायल हो गए थे।
इसके बाद सोशल मीडिया के जरिये अफवाह फैलाई गई कि साउथपोर्ट में बच्चों की हत्या करने वाला युवक कट्टरपंथी मुस्लिम प्रवासी था। इसके बाद सैकड़ों प्रदर्शनकारी सड़कों पर उतर आए। उन्होंने ब्रिटेन के लिवरपूल, ब्रिस्टल, हल और बेलफास्ट में प्रदर्शन किए। इनके विरोध में नस्लवाद विरोध करने वाले भी सड़क पर आ गए और दोनों गुटों में जमकर हिंसक झड़प हुई। दोनों ने एक दूसरे पर ईंटें और बोतलें फेंकीं।
घटना को लेकर प्रधानमंत्री कीर स्टार्मर ने कहा कि मैं गारंटी देता हूं कि दंगों में सीधे तौर पर या ऑनलाइन भाग लेने वालों को पछतावा होगा। हम अपराधियों को सीधे तौर पर कठघरे में लाएंगे। वहीं ब्रिटेन के पूर्व प्रधानमंत्री ऋषि सुनक ने दंगों को लेकर आश्चर्य जताया।
प्रधानमंत्री ने उच्च स्तरीय बैठक बुलाई
डाउनिंग स्ट्रीट में प्रधानमंत्री कीर स्टार्मर ने उच्च स्तरीय बैठक बुलाई। उन्होंने प्रदर्शनकारियों पर लगाम लगाने के लिए पुलिस अधिकारियों को खुली छूट दी। उन्होंने कहा कि पुलिस पर हमला करने वालों, स्थानीय व्यापार को प्रभावित करने वालों और लोगों को धमकाने वाले लोगों के खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई होनी चाहिए।
पुलिस से हुई झड़प
दंगों के दौरान प्रदर्शनकारियों और पुलिस की बीच तीखी झड़प हो गई। प्रदर्शनकारियों ने पुलिस वाहनों में तोड़फोड़ की और आगजनी की घटनाओं को अंजाम दिया। पुलिस ने बताया कि प्रदर्शनकारियों के साथ झड़प में उसके 22 अधिकारी गंभीर रूप से घायल हुए हैं, वहीं कुल 40 पुलिसकर्मी घायल हुए हैं। प्रदर्शनकारियों ने पुलिस पर ईंट-पत्थरों से पथराव किया, जिससे बड़ी संख्या में पुलिसकर्मी चोटिल हुए। इसके अलावा मिडिल्सब्रो में पत्रकारों से कैमरे छीनकर तोड़े दिए।