राष्ट्रपति व सीएम योगी के साथ पद्मश्री अजिता श्रीवास्तव
– फोटो : अमर उजाला आर्काइव
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कजरी गायन में मिर्जापुर को पहचान दिलाने वाली अजिता श्रीवास्तव का शनिवार की शाम पांच बजकर 55 मिनट पर उनके आवास विकास कालोनी स्थित निवास पर निधन हो गया। कजरी गायन के लिए उनको तत्कालीन राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने पद्मश्री से सम्मानित किया था।
पद्मश्री अजिता श्रीवास्तव का जन्म वाराणसी जिले में हुआ था। उनका विवाह जिले के रासबिहारी लाल के साथ हुआ था। अजिता श्रीवास्तव को 2022 में पद्मश्री सम्मान, 2021में विश्व हिंदी शोध संवर्धन पुरस्कार, कजली कोकिला पुरस्कार, इसी वर्ष योग्य शिक्षा एवं कजली गायिका पुरस्कार, सार्क एफओएसडब्लूएएल पुरस्कार, उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा नारी शक्ति पुरस्कार, काशी आनंद सम्मान, हरित उत्तर प्रदेश, स्वच्छ उत्तर प्रदेश विशिष्ट सम्मान,कजली कार्यशाला मुख्य प्रशिक्षक पुरस्कार, नमामि जागृति सम्मान, उत्तर प्रदेश संगीत नाटक अकादमी पुरस्कार, वैश्य गौरव सम्मान,अमर उजाला द्वारा नारी शक्ति सम्मान, कजली साम्राज्ञी पुरस्कार आदि प्रदान किया गया था। वह आर्यकन्या पाठशाला इंटर कालेज में अध्यापिका थी जहां से वर्ष 2017 में सेवानिवृत्त हुई थी।