मुंबई. मेहदी हसन अब हमारे बीच भले ही न हो, लेकिन उनकी गाई गजलें आज भी बहुत सुनी जाती हैं. ब्रिटिश इंडिया में जन्में मेहदी हसन 13 जून 2012 को इस दुनिया से रुकसत हुए. उन्हों पाकिस्तान के कराची में अंतिम सांस ली. मेहदी हसन के करीबी दोस्त और चेले गुलाम अली थे. मेहदी की तरह गुलाम भी काफी फेमस और पॉपुलर हैं. भारत और पाकिस्तान समेत पूरी दुनिया में उनकी गायकी के कद्रदान हैं. यहां हम आपको गुलाम अली की सुपरहिट गजल के बनने की वजह बताने जा रहे हैं.
इस गजल का नाम ‘हंगामा है क्यों बरपा, थोड़ी सी पी ली है’ है. इस गजल को गुलाम अली ने गाया था. इस गजल के गाने की वजह एक फनी वजह गुलाम अली ने बताई थी. हुआ कुछ यूं था कि मेहदी हसन ने एक बार स्टेज पर अपनी परफॉर्मेंस देने से पहले शराब पी ली थी. वह शराब पीकर स्टेज की सीढ़ियों पर लड़खड़ाते हुए चढ़ रहे थे.
मेहदी हसन का लड़खड़ाना देख लोगों ने की उनकी तुरंत आलोचना शुरू कर दी. मेहदी हसन इवेंट में मौजूद ऑडियंस का इतने विरोध किया कि वह गा नहीं सके. बाद में इसकी हर जगह चर्चा शुरू हुई. मेहदी हसन की आलोचना होने लगी. अखबारों में खबरें छपी. गुरु का इतना विरोध और हंगामा देखकर उनके चेले और दोस्त गुलाम अली को बहुत बुरा लगा.
गुलाम अली ने फिर ये गजल -‘हंगामा है क्यों बरपा, थोड़ी सी पी ली है’ गाई. इसे गजल को खूब पसंद किया गया. हालांकि इस गजल को अकबर इलाहबादी ने साल बरसों पहले लिखी थी. गुलाम अली द्वारा गाई गई इस गजल को पहली बार पाकिस्तानी फिल्म ‘आप का खादिम’ में इस्तेमाल की गई.
FIRST PUBLISHED : August 25, 2024, 12:30 IST