Tarang Shakti 2024
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भारतीय वायुसेना के सबसे बड़ी बहुराष्ट्रीय हवाई अभ्यास तरंग शक्ति का दूसरा चरण कल जोधपुर में शुरू होने जा रहा है। 30 अगस्त से 14 सितंबर तक चलने वाले इस अभ्यास में ऑस्ट्रेलिया, अमेरिका, ग्रीस, बांग्लादेश, सिंगापुर और यूएई के लड़ाकू विमान हिस्सा लेंगे। वहीं, तरंग शक्ति का दूसरा चरण इसलिए भी महत्वपूर्ण है, क्योंकि अप्रैल 2023 में भारत और ग्रीस के बीच सैन्य संबंधों को मजबूत करने के बाद ग्रीस पहली बार भारत में किसी सैन्य अभ्यास में हिस्सा ले रहा है। वहीं, ग्रीस अपने F-16 फाइटरजेट्स के साथ जोधपुर पहुंच चुका है।
बांग्लादेश भी होगा शामिल
तरंग शक्ति के दूसरे चरण में बांग्लादेश के शामिल होने को लेकर भी चल रहा कन्फ्यूजन दूर हो गया है। शेख हसीना के बांग्लादेश से निष्कासन के बाद हुए राजनीतिक बदलावों के मद्देनजर बांग्लादेश के शामिल होने को लेकर तरह-तरह के कयास लगाए जा रहे थे। लेकिन अब बांग्लादेश अपने सी-130जे परिवहन विमान के साथ भारतीय वायुसेना के पहले बहुराष्ट्रीय अभ्यास तरंग शक्ति-2024 के दूसरे चरण में शामिल होगा।
ग्रीस पहली बार कर रहा अभ्यास
वहीं, ग्रीस पहली बार भारत में किसी सैन्य अभ्यास में हिस्सा ले रहा है। 2023 के वसंत में भारतीय वायुसेना के SU-30MKI ने बहुराष्ट्रीय अभ्यास ‘इनियोचोस’ में हिस्सा लिया था। वहीं, अब, हेलेनिक वायु सेना भी इसी तरह का अभ्यास करेगी, जिसमें ग्रीक लड़ाकू जेट ‘तरंग शक्ति 24’ अभ्यास में भाग लेंगे। चार 336 स्क्वाड्रन एफ-16 विमान जोधपुर पहुंच चुके हैं। उनके साथ दो सी-130 विमान भी हैं, जिनमें तकनीशियन और उपकरण भेजे गए हैं।
दस देशों की वायु सेनाएं हो रहीं शामिल
दस देशों की वायु सेनाएं अपनी-अपनी क्षमताओं के साथ इसमें भाग ले रही हैं, जबकि अन्य देश पर्यवेक्षक के रूप में तरंग शक्ति का हिस्सा हैं। भारतीय वायु सेना भी राफेल, सुखोई, मिराज, जगुआर, तेजस, मिग-29, प्रचंड और रुद्र लड़ाकू हेलीकॉप्टर, एएलएच ध्रुव, सी-130, आईएल-78 और अवाक्स के साथ अपनी हवाई ताकत दिखाएगी। वहीं, अन्य देशों में ऑस्ट्रेलिया (ईए 18 ग्रोलर लड़ाकू विमान), जापान के साथ एफ-2 विमान, ग्रीस (एफ-16 विमान), अमेरिका के साथ एफ-16 और ए10 विमान, सिंगापुर (सी-130 परिवहन विमान) और यूएई (एयरबस 330 एमआरटीटी) शामिल हैं।
पहले चरण में तेजस ने जीता था सबका दिल
वहीं, तरंग शक्ति अभ्यास के दौरान हिस्सा लेने वाले देशों के वायु सेना प्रमुख भी मौजूद रहेंगे। तरंग शक्ति का पहला चरण 6 से 14 अगस्त के दौरान सुलूर में आयोजित किया गया था जिसमें भारत समेत फ्रांस, जर्मनी, स्पेन और यूके ने हिस्सा लिया था। इस अभ्यास में भारत के स्वदेशी लाइट कॉम्बैट एयरक्राफ्ट तेजस की खूब चर्चा हुई थी। तरंग शक्ति अभ्यास के शुरुआत में ही भारतीय वायुसेना के वाइस चीफ ऑफ एयर मार्शल एपी सिंह ने तेजस को उड़ाया था और जर्मन एयर फोर्स के यूरोफाइटर टाइफून को इंगेज किया था। यूरोफाइटर टाइफून को जर्मन एयर फोर्स चीफ लेफ्टिनेंट जनरल इंगो गेरहार्ट्ज उड़ा रहे थे। तेजस की क्षमताओं को देख कर जर्मन वायु सेना के पायलट भी हैरान रह गए थे।