दक्षिण अफ्रीका के स्पिनर तबरेज शम्सी को टी20 विश्व कप 2024 के फाइनल में सूर्यकुमार यादव के प्रतिष्ठित कैच का मजाक उड़ाने के लिए फैंस ने क्लास लगाई है। सूर्यकुमार ने फाइनल में 20वें ओवर में बाउंड्री लाइन पर डेविड मिलर का महत्वपूर्ण कैच लिया था और भारत को ट्रॉफी जीतने में मदद की थी। हालांकि, इस कैच पर जमकर बवाल हुआ था। कुछ फैंस ने सूर्यकुमार के कैच पर सवाल उठाए थे, जबकि कुछ फैंस ने इसे वैध बताया था।
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इस फाइनल के दो महीने बाद शम्सी ने एक वीडियो साझा किया, जिसमें फील्डर बाउंड्री लाइन पर एक करीबी कैच लेता है। हालांकि, कैच सही तरीके से लिया गया है कि नहीं, इसकी जांच करने के लिए बल्लेबाज बाउंड्री लाइन की ओर दौड़ता है और रस्सी का उपयोग करके यह जांचता है कि फील्डर ने सीमा रेखा पर कदम रखा है या नहीं। काफी लंबे समय तक निरीक्षण और विवाद के बाद पाया गया कि कैच स्पष्ट नहीं था इसलिए बल्लेबाज को नॉटआउट दिया गया। इस वीडियो के कैप्शन में शम्सी ने तंज कसते हुए लिखा कि सूर्यकुमार यादव के कैच के दौरान भी इस तरीके का इस्तेमाल किया जाना चाहिए था। ऐसे में फैसला मिलर के पक्ष में हो सकता था। शम्सी ने अपने एक्स अकाउंट पर लिखा, ‘अगर मैच अधिकारी विश्व कप फाइनल में कैच की जांच करने के लिए इस तरीके का इस्तेमाल करते तो शायद वह नॉट आउट होते।’
If they used this method to check the catch in the world cup final maybe it would have been given not out 😅 https://t.co/JNtrdF77Q0
हालांकि, यह तंज फैंस को पसंद नहीं आया। उन्होंने सूर्यकुमार के कैच की वैधता पर सवाल उठाने के लिए शम्सी को फटकार लगाई। नतीजा यह हुआ कि शम्सी को बाद में स्पष्ट करना पड़ा कि वह मजाक कर रहे थे। उन्होंने लिखा- अगर कुछ लोग यह नहीं समझते हैं कि यह एक मजाक है और हम में से कोई भी अफसोस नहीं मना रहा है न रो रहा है। मैं आपको इसे चार साल के बच्चे की तरह समझाता हूं- यह एक मजाक है।
In case some people dont understand that it’s meant to be a joke and no one is crying… let me explain it to you like a 4 year old child 🤗
फाइनल की बात करें तो दक्षिण अफ्रीका को आखिरी छह गेंदों पर जीत के लिए 16 रनों की आवश्यकता थी। हालांकि, मिलर ने हार्दिक पांड्या की फुल टॉस बॉल को लॉन्ग ऑन पर खेला, जहां सूर्यकुमार यादव ने शानदार मैच प्रजेंस दिखाते हुए एक बेहतरीन कैच लपका। इसके बाद भारत ने मैच को अपने नाम किया और आईसीसी ट्रॉफी के 11 साल लंबे सूखे को समाप्त किया। भारत ने 2013 के बाद पहली बार कोई आईसीसी ट्रॉफी जीती। वहीं, 2007 के बाद यह भारत का पहला टी20 विश्व कप खिताब था।