amit shah
– फोटो : X / @AmitShah
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केंद्रीय मंत्री अमित शाह के जम्मू में दो दिनी दौरे ने भाजपा की रणनीति को स्पष्ट कर दिया है। भाजपा पूरे प्रदेश की बात तो कर रही है, लेकिन विधानसभा चुनाव में प्रमुख फोकस जम्मू संभाग पर है। शाह ने कार्यकर्ताओं को पार्टी के संकल्प पत्र के माध्यम से सभी वर्ग के लोगों को खुद से जोड़ने पर जोर दिया है। लोगों को यह संदेश दिया है कि अगर विपक्ष की सरकार बन जाती है तो जम्मू कश्मीर की दोबारा क्या तस्वीर बन जाएगी। इसमें आतंकवाद, अलगाववाद, भ्रष्टाचार को पीछे छोड़कर राष्ट्रवाद का नारा दिया गया है। गुज्जर, बक्करवाल, पहाड़ी और दलित मतदाताओं को भी आरक्षण पर आश्वस्त किया है। शाह ने कहा- नेकां और कांग्रेस सरकार बनी तो हर छोटी चीज के लिए आपको श्रीनगर जाना पड़ेगा।
शाह ने शनिवार को जम्मू में हुए विजय संकल्प बूथ कार्यकर्ता सम्मेलन में संकल्प पत्र को दोहराकर महिलाओं, युवाओं, किसानों, गरीबों पर ध्यान केंद्रित किया। इसमें प्रमुख रूप से मां सम्मान योजना में घर की वरिष्ठ महिला को सालाना 180000 रुपये देने, पंडित प्रेमनाथ डोगरा रोजगार योजना में 5 लाख नौकरियां देने, पीएम किसान अतिरिक्त 4 हजार की राशि के साथ कुल राशि 10 हजार देने, दूरदराज क्षेत्रों में उच्च माध्यमिक कक्षाओं के छात्रों के लिए लैपटाप, युवाओं के लिए 10000 रुपये की कोचिंग फीच, यातायात लागत, एकमुश्त आवेदन शुल्क, प्रतिपूर्ति देने, वृद्धावस्था, विधवा और दिव्यांगता पेंशन तीन गुणा बढ़ाकर 3000 देने आदि का उल्लेख किया है। इसके साथ गुज्जर, बक्करवाल, दलित और गरीब मतदाताओं को आश्वस्त किया है कि उनके आरक्षण का भाजपा पूरा ख्याल रखेगी। ये सारे एजेंडे कार्यकर्ताओं के माध्यम से हर घर तक पहुंचाने का लक्ष्य रखा गया है। जिससे भाजपा संभावित क्षेत्रों में पार्टी के समर्थन में अधिक से अधिक वोट प्रतिशत हो सके।
जम्मू संभाग में वोट प्रतिशत बढ़ाने के लिए दो सूत्रीय फार्मूला
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने जम्मू कश्मीर के विधानसभा चुनाव में जीत के लिए कार्यकर्ताओं को चार परिवार का फार्मूला दिया है। इसमें प्रत्येक कार्यकर्ता को अपने परिवार के साथ सगे संबंधियों में अन्य तीन परिवारों के साथ मतदान वाले दिन सुबह 11.30 बजे भाजपा को मतदान करवाने का लक्ष्य दिया गया है। शाह इस फार्मूले से भाजपा के पक्ष में वोट प्रतिशत बढ़ने की संभावना देख रहे हैं।
शाह ने अपने जम्मू दौरे के दौरान पार्टी नेताओं से चार परिवार के फार्मूले को गंभीरता से अमल में लाने पर जोर दिया है। कहा, कार्यकर्ता पार्टी की ताकत हैं। वे घर घर जाकर लोगों को नेकां और कांग्रेस के राष्ट्र विरोधी और विभाजनकारी एजेंडों के प्रति जागरूक करें। हमने हाल के लोकसभा चुनाव में लोकतंत्र की ताकत को देखा है। जहां पहले कश्मीर में 10 प्रतिशत तक मतदान पर भी दिल्ली में बढ़ा चढ़ाकर दिखाया जाता था आज वहां पर अठावन प्रतिशत तक मतदान हो रहा है।
यह मोदी सरकार की नीतियों और जम्मू कश्मीर के लोगों के सहयोग से संभव हो पाया है। बूथ कार्यकर्ता घर घर जाकर जम्मू कश्मीर के परिवर्तन के बारे में लोगों को जागरूक करेंगे। अनुच्छेद 370 के निरस्त होने के बाद जम्मू कश्मीर में पहली बार हो रहे विधानसभा चुनाव में बड़ी संख्या में मतदान की उम्मीद है। यहां पर्यटन को अभूतपूर्व बढ़ावा मिला है। कई सालों बाद 5.12 लाख अमरनाथ यात्रा हुई है। उन्होंने कहा कि मेरे मतलब को कार्यकर्ता गलत न समझे लेकिन यह करें कि वे कब्र से भी मतदाता को मतदान केंद्र तक पहुंचाएं।
भाजपा का घर घर संपर्क अभियान 10 सितंबर से
विधानसभा चुनाव में अपने लक्ष्य को हासिल करने के लिए भाजपा ने पूरी ताकत झोंक दी है। मतदान से पहले अब अंतिम कसरत को अंजाम दिया जा रहा है। इसमें 10 सितंबर से पार्टी की ओर से घर घर संपर्क अभियान शुरू किया जा रहा है। इसमें सभी बूथों को शामिल किया जाएगा। पार्टी की ओर से एक मंडल के तहत करीब 4000 कार्यकर्ता इस अभियान में जुटेंगे। सभी सात मोर्चों को भी अभियान में शामिल किया गया है। सभी घरों पर भाजपा का ध्वज फहराया जाएगा।
पार्टी के महासचिव (संगठन) अशोक कौल ने बताया कि 10 से 11 सितंबर को पहले चरण में घर घर संपर्क अभियान चलाया जाएगा। इसमें जिला अध्यक्ष और मंडल अध्यक्ष नेतृत्व करेंगे। इससे पूर्व 9 सितंबर को शक्ति केंद्रों पर बैठक होगी। इसी शाम सभी बूथों पर बैठकें कर अभियान की तैयारियों को अंतिम रूप दिया जाएगा। हर बूथ से कार्यकर्ता अभियान को चलाएंगे। घर घर पहुंचकर विपक्षी दलों के राष्ट्र विरोधी और जनता विरोधी एजेंडों पर लोगों को जागरूक किया जाएगा। इसी तरह दूसरे चरण के मतदान के लिए 17 और 18 सितंबर को संपर्क अभियान चलेगा। जबकि तीसरे चरण के लिए 24 से 25 सितंबर के साथ पहले भी निर्धारित दो चरणों में अभियान चलेगा। सभी बूथों पर तीन वोटर बैठकें की जाएंगी। एक कार्यकर्ता जनसंवाद किया जाएगा। आगामी प्रधानमंत्री की रैली के लिए भी अधिक से अधिक भीड़ जुटाई जाएगी।