रामगंगा में बाढ़
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बैराजों से छोड़े जाने वाले पानी से यहां गंगा, रामगंगा और गर्रा नदी के पानी में उतार-चढ़ाव जारी है। बुधवार को सांडी-कन्नौज मार्ग पर श्रीमऊ के पास करीब तीन-तीन फीट ऊंचाई में पानी आ गया। इससे इस मार्ग पर रोडवेज बस सहित वाहनों का आवागमन बंद करा दिया गया है। लोग आवागमन के लिए नाव का सहारा ले रहे हैं। नदियों का पानी खेतों में भर जाने से धान, मक्का और ज्वार की फसलें खराब होने लगी हैं।
सांडी क्षेत्र में कटरी छोछपुर गांव के पास बाबा की कुटी में पानी भर जाने से यहां पर संरक्षित मवेशियों को चारा-दान की भी दिक्कत हो गई है। अलीशेरपुरवा गांव में पानी घुसने लगा है। लोगों को सुरक्षित स्थान पर प्रशासन ने शिफ्ट कराना शुरु किया है। पहाड़ों पर हो रही बरसात और बैराजों से छोड़े जाने वाले गंगा, रामगंगा और गर्रा नदी में पानी से यहां कटियारी क्षेत्र में गंभीरी और नीलम नदी में भी पानी आ जाने से पांचों नदियाें का पानी एक हो गया है। इससे क्षेत्र के श्रीमऊ, कुसमुखोर, कड़रिया, हन्नामऊ, फदुल्लापुर, खिम्मापुरवा, कटरी छोछपुर, मवला अखवेलपुर, बम्टापुर, चिल्लौर, चंद्रमपुर, कहारकोला आदि दो दर्जन से अधिक गांव पानी से चारों ओर से घिर गए हैं। कटरी छोछपुर गांव के पास ही बाबा की कुटी में गर्रा नदी का पानी भर जाने से संरक्षित मवेशी ऊंचे स्थान पर डेरा जमाए हैं।