कोलकाता में 36 दिनों के बाद गतिरोध खत्म होने के संकेत
– फोटो : अमर उजाला
विस्तार
पश्चिम बंगाल की राजधानी कोलकाता के आरजी कर मेडिकल कॉलेज-अस्पताल में दुष्कर्म-हत्या के बाद शुरू हुई जूनियर डॉक्टरों की हड़ताल खत्म होने की खबर है। जानकारी के मुताबिक आक्रोशित जूनियर डॉक्टर शनिवार से काम पर लौटेंगे। जूनियर डॉक्टरों के हड़ताल खत्म करने की घोषणा के बाद से गतिरोध खत्म हो जाएगा। हालांकि, इसके बावजूद OPD सेवाएं बंद रहेंगी। डॉक्टरों ने कहा है कि आपातकालीन सेवाएं बहाल होगी।
सरकार ने डॉक्टरों की 15 में 10 मांगें मानी
सूत्रों के मुताबिक सरकार ने जूनियर डॉक्टरों की 15 में से 10 मांगों को मान लिया है। बता दें कि है कि बुधवार को नबन्ना में मुख्य सचिव से चर्चा के बाद जूनियर डॉक्टरों ने पंद्रह मांगों के संबंध में उन्हें ई-मेल किया था। उस ईमेल का जवाब शनिवार शाम को आया। स्वास्थ्य सचिव नारायण स्वरूप निगम ने ईमेल करके राज्य प्रशासन की तरफ से 10 मांगों को पूरा करने पर सहमति दी है।
शुक्रवार को मार्च करेंगे जूनियर डॉक्टर
जानकारी के मुताबिक शुक्रवार दोपहर से जूनियर डॉक्टरों ने स्वास्थ्य भवन से सीजीओ कॉम्प्लेक्स तक मार्च करने की योजना बनाई है। इसके बाद जूनियर डॉक्टर धरना वापस ले सकते हैं और शनिवार को काम में वापस लौट सकते हैं।
बता दें कि जूनियर डॉक्टरों और राज्य सरकार के बीच कई स्तर की बातचीत हुई है। इसमें एक बार राज्य की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के साथ और दूसरी बार राज्य के मुख्य सचिव के साथ बैठक हुई। जिसमें हड़ताली डॉक्टरों की कई मांगें राज्य सरकार की तरफ से मानी गई। इसमें प्रमुख मांग कोलकाता पुलिस कमिश्नर का तबादला समेत स्वास्थ्य विभाग में तमाम अधिकारियों को हटाने की मांगें थी।
आरजी कर केस में कब-कब क्या हुआ?
8 अगस्त
कोलकाता के लालबाजार स्थित आरजी कर मेडिकल कॉलेज-अस्पताल में जूनियर डॉक्टर के साथ 8-9 अगस्त की दरमियानी रात दुष्कर्म किया गया और उसकी हत्या कर दी गई। मृतका मेडिकल कॉलेज में चेस्ट मेडिसिन विभाग की स्नातकोत्तर द्वितीय वर्ष की छात्रा और प्रशिक्षु डॉक्टर थीं।
9 अगस्त
सुबह मेडिकल कॉलेज में चौथी मंजिल पर बने सेमिनार हॉल में डॉक्टर का अर्धनग्न अवस्था में शव मिला। शव के पास उसका मोबाइल और लैपटॉप बरामद किया गया। शव को पुलिस ने पोस्टमार्टम के लिए भेजा। पोस्टमार्टम रिपोर्ट में महिला डॉक्टर के साथ दुष्कर्म की पुष्टि हुई।
10 अगस्त
मामले में पुलिस ने गिरफ्तार संजय रॉय पूछताछ शुरू की। इसमें सामने आया कि वह वारदात से पहले अपने स्वयंसेवक दोस्त के साथ रेड लाइट एरिया कालीघाट और सोवा बाजार गया था। इसके बाद दोनों आरजी कर मेडिकल कॉलेज में भर्ती जो नागरिक स्वयंसेवक के परिचित एक मरीज को देखने गए। आरोपी ने कहा कि आरजी कर मेडिकल कॉलेज से निकलने के बाद वह फिर से रेड लाइट एरिया सोवा बाजार गया। इसके बाद उसने आरजी कर मेडिकल कॉलेज पहुंचकर जूनियर डॉक्टर के साथ दुष्कर्म और हत्या की।
12 अगस्त
देशभर में डॉक्टरों ने हड़ताल शुरू कर दी। स्वास्थ्य सेवाएं पूरी तरह से प्रभावित रहीं। इस बीच आरजी कर मेडिकल कॉलेज-अस्पताल के प्रिंसिपल डॉ. संदीप घोष ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया।
13 अगस्त
पुलिस ने मृतक डॉक्टर के साथ डिनर करने वाले चार जूनियर डॉक्टरों को फिर से तलब किया। कोलकाता पुलिस ने एचओडी, असिस्टेंट सुपरवाइजर, पुरुष-महिला नर्स, ग्रुप-डी स्टाफ और सुरक्षाकर्मियों को भी कोलकाता पुलिस मुख्यालय लालबाजार में तलब किया। कलकत्ता उच्च न्यायालय ने सुनवाई के बाद सीबीआई को जांच सौंपी।
14 अगस्त
सीबीआई ने जांच शुरू करते हुए नई एफआईआर दर्ज की। जूनियर डॉक्टर की नृशंस हत्या से पहले उसके साथ सामूहिक दुष्कर्म होने का दावा किया गया है। पश्चिम बंगाल में महिलाएं सड़कों पर उतर गईं और जमकर प्रदर्शन किया।