मुंबई. 70 के दशक में अपनी खूबसूरती और अभिनय का जलवा बिखेरनी वाली एक्ट्रेस मौसमी चटर्जी निजी जिंदगी किसी फिल्म की कहानी से कम नहीं है. बेहद कम उम्र में शादी के बाद उन्होंने बॉलीवुड में कदम रखा. एक्ट्रेस को उनके सेंस ऑफ ह्यूमर के लिए भी जाना जाता है. 26 अप्रैल, 1948 को कोलकाता में जन्मी मौसमी चटर्जी ने बांग्ला फिल्म ‘बालिका बधू’ में काम किया था. जव वह 10वीं की कक्षा में थीं, तब उनकी शादी मशहूर बांग्ला सिंगर और प्रोड्यूसर हेमंत कुमार मुखोपाध्याय के बेटे जयंत मुखर्जी से कर दी गई. मौसमी के बचपन का नाम इंदिरा था. उनकी बहन ने फिल्मों के लिए उनका नाम मौसमी रखा था. एक्ट्रेस ने द कपिल शर्मा में एक बेहद ही फनी किस्सा शेयर किया था. उन्होंने बताया कि जहरीला इंसान फिल्म की शूटिंग के दौरान सेट पर सांप निकल आया था. उन्होंने सांप को हाथ से पकड़ लिया था, तब उनके पति ने तलाक देने की धमकी दे डाली थी.
दरअसल, मौसमी चटर्जी के साथ एक्ट्रेस रीना रॉय भी शो में आई थीं. कपिल शर्मा ने मौसमी से सवाल पूछा कि क्या नागिन जैसी फिल्में करने की इच्छा आपने मन में नहीं हुई. इस पर मौसमी ने कहा, ‘मैंने तो नागिन को हाथ से पकड़ा है. मैं नीतू कपूर के साथ 1974 के आसपास जहरीला इंसान फिल्म की शूटिंग कर रही थी. सेट पर सांप निकल आया. मैंने उसे हाथ से पकड़ लिया लेकिन ऋषि कपूर सांप देखकर चिल्लाने लगे. उस समय मेरे पति भी वहां पर थे. ऋषि कपूर ने जोर से कहा, ‘बाबू! देखो मौसमी ने सांप को हाथ से पकड़ लिया है.’ मेरे पति उस समय नहा रहे थे. तौलिया लपेटकर बाहर निकले और पास आकर मुझसे बोले कि ‘सांप छोड़ दो, वर्ना मैं तुम्हें तलाक दे दूंगा.’ मैंने कहा कि चलेगा लेकिन सांप नहीं छोड़ूंगी.’
अपनी पहली बंगाली फिल्म ‘बालिका बधू’ के सेट से मौसमी चटर्जी दो बार भाग गई थीं. उन्होंने अपने ही शब्दों में पूरा किस्सा सुनाते हुए बताया, ‘शूटिंग के पहले मुझे दिन बहुत भाव मिला. मैं बहुत खुश थी और मुझे लगा कि मैं बड़ी हीरोइन हूं. दूसरे दिन मुझे लगा कि खेलने-कूदने के टाइम पर कोई मेरी चोटी बना रहा है तो कोई मेरे चेहरे पर मेकअप कर रहा है. पेटोकोट, ब्लाउज पहनाया. मैंने पूछा तो उन्होंने कहा कि शॉट चाहिए. मैंने कहा ठीक है. फिर मैंने सेट के बाहर देखा तो एक बस खड़ी थी. मैंने साड़ी पहने, नथ लगाए उसी मेकअप में बस में चढ़ गई. बाजू में जो पैसेंजर बैठा था, उससे चार आना पैसे उधार मांगे. भवानीपुर के निकल गई. भवानीपुर में मेरी बुआ जज थीं. उनसे सब डरते थे. मुझे लगा कि फिल्म वाले वहां पर नहीं पहुंचेंगे.’
शो के दौरान उन्होंने और भी खुलासे किए. उन्होंने बताया कि ‘राजेश खन्ना को डायलॉग याद नहीं होते थे जबकि शत्रुघ्न सिन्हा बड़े से बड़े डायलॉग याद कर लेते थे. उनकी याद करने की क्षमता कमाल की थी. फिरोज खान सबसे स्टाइलिश हीरो थे. फिजिक के लिहाज से विनोद खन्ना बहुत हैंडसम थे. शम्मी कपूर और शम्मी अंकल भी स्टाइलिश लगते थे. पहले के हीरो देखकर लगते थे कि हीरो है. राजेश खन्ना और विनोद खन्ना को देखने के लिए लड़कियां सबसे ज्यादा सेट पर आती थीं.’
‘रिमझिम गिरे सावन…सुलग-सुलग जाए मन’ मंजिल फिल्म की शूटिंग के किस्सा भी मौसमी ने सुनाया. उन्होंने बताया कि शूटिंग के दौरान उन्हें होटल से गाड़ी में बैठाकर लाया जाता था. मुंबई की बारिश पर मौसमी चटर्जी ने कहा, ‘मुझे मुंबई की बारिश उतनी पसंद नहीं है. एक दो घंटे होती है लेकिन दिनचर्या प्रभावित होती है. फिर मेड और कुक नहीं आते हैं. हम एक्ट्रेस को ही घर का खाना बनाना पड़ता है. इस तरह से हम हीरोइन हाउस वाइफ बन जाती हैं.’
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FIRST PUBLISHED : October 17, 2024, 12:11 IST