भारतीय शेयर बाजार (फाइल)
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विस्तार
शेयर बाजार में सूचीबद्ध शीर्ष छह कंपनियों की पूंजी पिछले हफ्ते 1.56 लाख करोड़ रुपये घट गई। इस दौरान बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज यानी बीएसई सेंसेक्स 238 अंक गिरकर बंद हुआ। वहीं बात आंकड़ों की करें तो रिलायंस इंडस्ट्रीज की पूंजी सबसे ज्यादा 74,563 करोड़ रुपये घट कर 17.37 लाख करोड़ रुपये रह गई। एयरटेल की पूंजी 26,275 करोड़ रुपये घटकर 8.94 लाख करोड़ रुपये रही। आईसीआईसीआई बैंक की पूंजी में 22,255 करोड़ रुपये की गिरावट आई।
घाटा
आईटीसी का मूल्यांकन 15,449 करोड़ घटकर 5.98 लाख करोड़ रुपये रह गया। एलआईसी को 9,930 करोड़ रुपये का घाटा हुआ। एचयूएल की पूंजी में 7,248 करोड़ रुपये की गिरावट आई।
मुनाफा
टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेस की पूंजी 57,745 करोड़ बढ़कर 14.99 लाख करोड़ रुपये हो गई। इन्फोसिस की पूंजी 28,838 करोड़ और एसबीआई की पूंजी में 19,812 करोड़ रुपये बढ़ी है।
एफआईआई के रुख के तय होगी बाजार की चाल
विशेषज्ञों ने इस मामले में कहा कि महंगाई और औद्योगिक उत्पादन के आंकड़ों का भी असर दिखेगा। वहीं शेयर बाजार की दिशा इस सप्ताह व्यापक आर्थिक आंकड़ों, सितंबर तिमाही के नतीजों, वैश्विक रुझानों व विदेशी संस्थागत निवेशकों (एफआईआई) के रुख से तय होगी।
शोध प्रमुख संतोष मीना का बयान
स्वास्तिक इन्वेस्टमार्ट लि. के शोध प्रमुख संतोष मीना ने कहा, 12 नवंबर को खुदरा महंगाई व औद्योगिक उत्पादन के आंकड़े जारी होंगे। थोक महंगाई के आंकड़े भी 14 नवंबर को आ सकते हैं। 13 नवंबर को अमेरिका में महंगाई की रिपोर्ट आएगी, जो फेडरल रिजर्व के आगामी नीतिगत रुख को प्रभावित कर सकती है।
इसके साथ ही उन्होंने कहा कि प्रमुख वैश्विक घटनाओं और दूसरी तिमाही के नतीजों के बाद बाजार का ध्यान प्रमुख आर्थिक आंकड़ों पर होगा। इस सप्ताह बैंक ऑफ इंडिया, बीईएमएल, हिंडाल्को इंडस्ट्रीज, ओएनजीसी, अपोलो टायर्स ब्रेनबीज सॉल्यूसंश के तिमाही नतीजों की घोषणा की जाएगी। मोतीलाल ओसवाल फाइनेंशियल सर्विसेज के शोध प्रमुख सिद्धार्थ खेमका ने कहा, कमजोर तिमाही के नतीजों के कारण बाजार में उतार-चढ़ाव जारी रह सकता है।