{“_id”:”67c55309e3e3c08bc30955bc”,”slug”:”holi-2025-religious-places-being-covered-on-the-route-of-laat-sahab-julus-in-shahjahanpur-2025-03-03″,”type”:”feature-story”,”status”:”publish”,”title_hn”:”UP News: होली पर इस शहर में निकलेंगे ‘लाट साहब’, ढके जा रहे धार्मिक स्थल; 300 साल पुरानी है ये परंपरा”,”category”:{“title”:”City & states”,”title_hn”:”शहर और राज्य”,”slug”:”city-and-states”}}
तिरपाल से ढके गए धार्मिक स्थल – फोटो : अमर उजाला
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शाहजहांपुर में होली पर निकलने वाले लाट साहब के जुलूस को लेकर तैयारियां हो रही हैं। पुलिस संभ्रांत लोगों के साथ पीस कमेटी की बैठक कर रही है। चौक कोतवाली में 980 लोगों की चालानी रिपोर्ट अधिकारियों को भेजी गई है। इनके खिलाफ पुलिस कार्रवाई कर सकती है। रविवार शाम एडीजी जोन रमित शर्मा ने पुलिस लाइन में पहुंचकर तैयारियों की समीक्षा की। वहीं, जुलूस मार्ग पर स्थित धार्मिक स्थलों को तिरपाल से ढका जा रहा है ताकि सौहार्द कायम रहे। इसी क्रम में जुलूस मार्ग की बैरिकेडिंग कराने का काम भी शुरू हो गया। जिला प्रशासन द्वारा स्थानों को चिह्नित कर लिया गया है। जहां पर सीसीटीवी कैमरे भी लगवाए जाएंगे। कड़ी सुरक्षा के बीच बड़े और छोटे लाट साहब के जुलूस निकाले जाएंगे।
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रविवार को एडीजी ने पुलिस लाइन के सभागार में जुलूस को लेकर तैयारियों की जानकारी ली गई। उन्होंने होली पर अलग-अलग स्थानों पर निकलने वाले जुलूस के बारे में पूछा, साथ ही गत वर्ष की स्थिति का जायजा लिया। संवेदनशील व अति संवेदनशील स्थानों की जानकारी ली। एडीजी ने अभी तक हुई कार्रवाई का ब्योरा भी तलब किया। उन्होंने कहा कि सुरक्षा में चूक नहीं होना चाहिए।
वहीं दूसरी ओर बड़े लाट साहब का जुलूस चौकसी से निकलता है। इस जुलूस पर पिछली बार सदर क्षेत्र में पुलिस की गाड़ी को हुड़दंगियों ने निशाना बनाया था। इसे लेकर पुलिस ने विशेष सतर्कता बरत रही है। चौक कोतवाली पुलिस ने 980 लोगों की चालानी रिपोर्ट बनाई है, साथ ही सीसीटीवी कैमरे की निगरानी भी रखी जाएगी। ड्रोन कैमरे भी हुड़दंगियों पर नजर रखेंगे।
300 साल पुरानी है परंपरा
होली के मौके पर लाट साहब के पांच जुलूस निकाले जाते हैं। सबसे ज्यादा बड़े और छोटे लाट साहब को लेकर पुलिस चिंतित रहती है। एक व्यक्ति को लाट साहब बनाकर भैंसागाड़ी से घुमाया जाता है। लाट साहब पर जूता-चप्पलों के साथ रंगों की बौछार होती है। यह परंपरा करीब 300 साल पुरानी है। आरसी मिशन और चौकसी से निकलने वाले जुलूस में सबसे ज्यादा हुड़दंग होने के कारण पुलिस को यहां पर ज्यादा प्रबंधन करना पड़ता है।