फतेहपुर जिले में हथगाम थाना क्षेत्र के अखरी गांव की प्रधान के दो बेटों विनोद सिंह (45), अनूप सिंह (40) और पौत्र अभय प्रताप सिंह (21) की गोली मारकर हत्या कर दी गई। आरोप है कि पूर्व प्रधान सुरेश सिंह उर्फ मुन्नू ने अपने बेटे पीयूष व अन्य साथियों के साथ घात लगाकर घटना अंजाम दी।
अनूप की पत्नी मनीषा की तहरीर पर पुलिस ने पूर्व प्रधान समेत छह के खिलाफ हत्या की रिपोर्ट दर्जकर तीन आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है। वहीं, फरार हत्यारोपियों की गिरफ्तारी के लिए 10 टीमें गठित की हैं। मनीषा ने पुलिस को बताया कि मंगलवार सुबह उनके पति अनूप, जेठ विनोद व भतीजा अभय प्रताप पुत्र पप्पू बाइक से खेत जा रहे थे।

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Fatehpur Triple Murder
– फोटो : amar ujala
स्कॉर्पियो से भाग निकले थे सभी आरोपी
गांव निवासी रमेश के नलकूप के पास रंजिश के चलते पहले से घात लगाकर बैठे ट्रैक्टर सवार पूर्व प्रधान सुरेश, उसके पुत्र पीयूष, भूपेंद्र, सज्जन, विवेक, जान उर्फ विपुल ने तीनों पर ताबड़तोड़ फायरिंग कर दी। इससे तीनों की मौके पर मौत हो गई। घटना अंजाम देने के बाद सभी आरोपी स्कॉर्पियो से भाग निकले। विनोद भारतीय किसान यूनियन टिकैत गुट का जिला उपाध्यक्ष भी था।

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चार घंटे बाद शवों को पोस्टमार्टम के लिए भेजा
हत्या की सूचना पर ग्रामीणों की भीड़ जमा हो गई। उन्होंने हंगामा किया और शव नहीं उठने दिए। मौके पर पहुंचे एसपी धवल जायसवाल ने सख्त कार्रवाई का आश्वासन दिया। जिस पर करीब चार घंटे बाद पुलिस शवों को पोस्टमार्टम के लिए भेज सकी। तिहरे हत्याकांड की सूचना पर प्रयागराज एडीजी भानू भास्कर, आईजी प्रेम कुमार समेत अन्य अधिकारियों ने मौके पर पहुंचकर जांच की।

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पूर्व प्रधान दबंग है। उस पर पूर्व में हत्या समेत कई मामले दर्ज हैं। आरोपियों पर रिपोर्ट दर्जकर तीन की गिरफ्तारी की गई है। गांव में तनाव को देखते हुए भारी पुलिस बल व पीएसी तैनात कर दी गई। -भानू भास्कर, एडीजी

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प्रधानी के बाद करीबी का कोटा छिनने से बढ़ी अदावत
प्रधानी छिनने के बाद पूर्व प्रधान के करीबी की राशन की दुकान भी पप्पू सिंह की शिकायत पर बंद हो गई। राशन की दुकान चलाने वाला पूर्व प्रधान मुन्नू का करीबी था। धीरे-धीरे पप्पू सिंह ने पूर्व प्रधान के बनाए गए 30 साल के वर्चस्व में सेंध लगा दी थी। पूर्व प्रधान के कब्जे वाली सरकारी जमीन भी पैमाइश करवाकर छीन ली थी।