Muharram 2025: इस्लामिक कैलेंडर का पहला महीना मुहर्रम होता है. इस्लाम के 4 पवित्र महीन में मुहर्रम भी शामिल है. भारत समेत इस्लामिक देश में इस दिन का खास महत्व होता है. भारत जैसे सांस्कृतिक देश में कई ऐसे त्योहार हैं, जिन्हें धर्म और जात-पात से ऊपर उठकर समाज में एक साथ मनाया जाता है. इन्हीं में से एक मुहर्रम भी है, जिसे मुसलमानों का शोक पर्व कहा जाता है.
इस्लाम धर्म में नए साल की शुरुआत मुहर्रम के अवसर पर होती है. मुहर्रम का 10 वां दिन जिसे ‘आशूरा’ कहा जाता है. इस दिन को इमाम हुसैन की शहादत की याद में मुसलमान खुदा की इबादत करते हैं. आशूरा के दिन ही भारत के कई राज्यों में खासकर उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश, बिहार, पश्चिम बंगाल और महाराष्ट्र जैसे राज्यों में हिंदू समुदाय के लोग भी ताजिये के जुलूस में शामिल होते हैं.
समादशास्त्रियों की नजर से मुहर्रम
मुहर्रम पर्व को लेकर अंग्रेजों के समय के समाजशास्त्रियों और इतिहासकारों ने इसे सांप्रदायिक एकता करार दिया था. इन्हीं में से डॉ. ऑगस्टस और विलियम क्रुक जैसे समाजशास्त्रियों ने अपनी किताब में मुहर्रम पर्व का जिक्र करते हुए कहा कि, ‘भारत में मुहर्रम स्थानीय रीति-रिवाजों के साथ जुड़कर एक सांस्कृतिक कार्यक्रम का आयोजन बन गया है. कुछ स्थानों पर राजपूत, गोंड और अन्य हिंदू जातियों के लोग भी मुहर्रम के आयोजन में बढ़ चढ़कर हिस्सा लेते हैं.’
भारत के कई ग्रामीण इलाकों में मुहर्रम को लेकर ऐसी मान्यताएं है कि इमाम हुसैन की शहादत धर्म और सच्चाई की रक्षा करने के लिए थी. इसलिए भारत के ज्यादातर इलाकों में उन्हें धर्म का देवता माना जाता है. महाराष्ट्र और मध्य प्रदेश जैसे राज्यों में हिंदू परिवार अपने बच्चों की रक्षा के लिए ताजिए की पूजा भी करते हैं.
मुहर्रम भारत की संस्कृति का हिस्सा
भारत जैसे बहुसांस्कृतिक देश में सभी त्योहार एकजुटता के साथ मनाया जाता है. ऐसे में मुहर्रम मात्र एक मजहबी रस्म ना होकर भारत की संस्कृतिक का अहम हिस्सा बन गया है. जहां सभी धर्मों के लोगों की बराबर भागीदारी रहती है. मुहर्रम पर्व इस बात का प्रतीक है कि कैसे दुख, बलिदान और सच्चाई के जरिए ये लोगों को आपस में जोड़े रखता है.
FAQs
Q1. मुहर्रम 2025 में कब है?
इस्लामिक कैलेंडर के मुताबिक मुहर्रम का माह नए चांद दिखाई देने के बाद शुरू होता है. भारत में इस बार मुहर्रम की शुरुआत 28 जून 2025 से होने की उम्मीद है. वही 10 वां दिन आशूरा 7 जुलाई 2025 को मनाया जाएगा. (ये तारीख चांद दिखने के अनुसार बदल भी सकती है.
Q2. मुहर्रम क्या और क्यों मनाया जाता है?
इस्लाम धर्म में नए साल का पहला महीना मुहर्रम होता है. मुहर्रम का सबसे अहम दिन आशूरा होता है. इस दिन इमाम हुसैन और उनके साथी कर्बला के युद्ध में शहादत हुए थे. आशूरा का दिन कर्बला की जंग और बलिदान की भावना को समर्पित होता है.
Q3. क्या मुहर्रम कोई त्योहार है?
इस्लाम में मुहर्रम को उत्सव की तरह न मनाकर इसे शोक और मातम के रूप में मनाया जाता है. मुख्य तौर शिया मुसलमान मुहर्रम के महीने में इमाम हुसैन की शहादत की याद में जुलूस निकालते हैं.
Q4. क्या हिंदू लोग भी मुहर्रम में भाग लेते हैं?
भारत जैसे सांप्रदायिक देश में मुहर्रम को शांति और सौहार्द का प्रतीक माना जाता है. मुहर्रम में निकलने वाले जुलूस में कई हिंदू भी भाग लेते हैं. मुख्य रूप से ग्रामीण और कस्बों जैसे इलाके में.
Q5. क्या मुहर्रम के दिन छुट्टी होती है?
मुहर्रम के 10 वें दिन यानी आशूरा के दिन भारत में सरकारी अवकाश घोषित किया जाता है.
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