सोनभद्र/एबीएन न्यूज। विकास भवन सभागार में मंगलवार को भूजल गोष्ठी और किसान दिवस का आयोजन किया गया। कार्यक्रम का आयोजन उपनिदेशक (कृषि), जिला कृषि अधिकारी एवं सहायक अभियंता लघु सिंचाई विभाग द्वारा संयुक्त रूप से किया गया। गोष्ठी में जनपद के उच्चाधिकारी एवं बड़ी संख्या में ग्राम किसान उपस्थित हुए।
कार्यक्रम की शुरुआत सहायक अभियंता लघु सिंचाई ने की। उन्होंने इस वर्ष की थीम “जल सुरक्षित तो कल सुरक्षित” पर विस्तार से चर्चा करते हुए कहा कि वर्षा जल संचयन और भूजल संरक्षण वर्तमान समय की महत्वपूर्ण आवश्यकता है। उन्होंने किसानों को तालाब, बंधी, कंटूर बंध, मेडबंदी, रेनवॉटर हार्वेस्टिंग और चेकडैम जैसे उपायों के बारे में जानकारी दी।
उपनिदेशक कृषि ने किसानों को फसल चयन में सावधानी बरतने तथा कम जल उपयोग वाली फसलों को प्राथमिकता देने की सलाह दी। उन्होंने कहा कि जल संरक्षण को अपनी कृषि पद्धति का हिस्सा बनाकर ही भावी पीढ़ियों के लिए संसाधनों को सुरक्षित किया जा सकता है।
सहायक अभियंता लघु सिंचाई ने किसानों को ड्रिप एवं स्प्रिंकलर सिंचाई प्रणाली के लाभ बताते हुए कहा कि इससे कम जल में अधिक उत्पादन संभव है। उन्होंने तालाब, सिंचाई कूप निर्माण और चेकडैम के निर्माण पर बल देते हुए जल संरक्षण के प्रति प्रेरित किया।
अंत में उपनिदेशक कृषि ने उपस्थित अधिकारियों, कर्मचारियों एवं किसानों को जल संरक्षण की शपथ दिलाई।